नई दिल्ली। भाजपा से लंबे वक्त से नाराज चल रहे राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी बुधवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात करने वाले हैं। अपनी बेबाकी के लिए चर्चित स्वामी की इस मुलाकात की खबर के बाद से तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। वह ममता बनर्जी के घर पर मुलाकात करने वाले हैं। फिलहाल इस बैठक का क्या अजेंडा रहेगा, इस बारे में खबर नहीं मिली है, लेकिन इसे परिणाम को लेकर तमाम कयास लग रहे हैं। हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से जब ममता बनर्जी को ग्लोबल पीस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए मंजूरी नहीं मिली थी तो स्वामी ने उनका समर्थन किया था।
स्वामी ने ट्वीट किया था, ‘ममता बनर्जी को रोम में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने से होम मिनिस्ट्री ने क्यों रोक दिया? ऐसा कौन सा कानून है, जो उन्हें रोकता है?’ स्वामी का अगले साल अप्रैल में राज्यसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में उनकी ममता से मुलाकात को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है। स्वामी ने ममता बनर्जी की यात्रा पर रोक का विरोध करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से दखल देने की अपील की थी। स्वामी ने लिखा था कि हमारे संविधान में यात्रा की आजादी को मूल अधिकार माना गया है। इसमें अतार्किक प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। पीएम नरेंद्र मोदी को दखल देते हुए उन्हें यात्रा की परमिशन देनी चाहिए।
इससे पहले मंगलवार को ही स्वामी ने अपनी पत्नी के साथ बंगाल के गवर्नर दगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के बाद से ममता बनर्जी अपनी पार्टी टीएमसी के राष्ट्रीय विस्तार की कोशिशों में जुटी हैं। इसी के तहत मंगलवार को उन्होंने बिहार से कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और हरियाणा के सीनियर लीडर रहे अशोक तंवर को पार्टी में शामिल कराया था। इसके अलावा त्रिपुरा, गोवा, यूपी समेत कई राज्यों में उन्होंने दूसरे दलों के नेताओं को एंट्री दी है। माना जा रहा है कि ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में खुद को चेहरे के तौर पर पेश करना चाहती हैं और इसी के चलते वह विभिन्न राज्यों में अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी हैं।