मुंबई की युवती ने दोस्त के नाम से करवाई थी नौकर की बुकिंग जांच जारी
उज्जैन,अग्निपथ। महाकाल मंदिर में बुधवार तडक़े एक मुस्लिम युवक फर्जी आईडी से भस्मआरती में घुसने का प्रयास करते पकड़ाया है। महाकाल पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। खास बात यह है कि युवक जिसके साथ आया वह उसी युवती का नौकर है और युवती ने अपने दोस्त के आधार कार्ड पर उसकी बुकिंग करवाई थी।
मुंबई निवासी खुशबू अपने घर पर काम करने वाले कर्नाटका स्थित केंगवेली हवेली निवासी यूनुस मुल्ला पिता अब्दुल वहाब के साथ आई और भस्म आरती के लिए बुकिंग की। युनूस नाम से आपत्ती की शंका होने पर अपने दोस्त लखनऊ निवासी अभिषेक दुबे का आधार कार्ड दे दिया।
बुधवार तडक़े करीब 3.30 बजे दोनों भस्मआरती के लिए 6 नंबर गेट से प्रवेश कर रहे थे। इसी दौरान यहा सुरक्षाकर्मी ने अभिषेक के आधार कार्ड के फोटो से यूनुस का चेहरा नहीं मिलने पर रोक लिया। पूछताछ करने पर उसने हकीकत कबूल दी। फर्जी तरीके से मुस्लिम युवक के प्रवेश के प्रयास करने का पता चलते ही हडक़ंप मच गया। मंदिर समिति ने दोनों को महाकाल थाने को सौंप दिया।
परिजनों को सौपेंगे खुशबू को
टीआई मुनेंद्र गौतम ने बताया दोनों से पूछताछ के बाद उनके बयानों की तस्दीक कर ली। खुशबू के परिजनों को बुलाया है। उसे उनके हवाले कर देंगे। मामले में धारा 419, 420 में केस दर्ज कर यूनुस को गिरफ्तार कर लिया है। जांच के बाद धारा 367, 368 बढ़ सकती है। पूछताछ कर गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश करेंगे।
होटल में सच, महाकाल मंदिर में झूठ
सूत्रों के अनुसार खुशबू ने महाकाल मंदिर के पास होटल में कमरा लेने के लिए यूनुस का असली आधार कार्ड दिया था, लेकिन लव जेहाद की शक में होटल संचालक ने खुशबू को कमरा दे दिया, लेकिन यूनुस को एंट्री नहीं दी। यहीं वजह है खुशबू ने यूनुस की भस्मआरती में एंट्री के लिए अपने दोस्त अभिषेक की आईडी दे दी।
भस्मआरती में शामिल होने का दावा
सूत्रों का दावा है दोनों भस्म आरती में शामिल हो गए थे। लेकिन युनुस पर शक होने पर कर्मचारियों ने उसके आधार कार्ड से चेहरा मिलाया तो राज खुल गया। इस पर खुश्बू व यूनुस ने सच कबूल दिया। हालांकि युनूस के फर्जी तरीके से इंट्री का पता चलते ही उसका असल उद्देश्य जानने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मंदिर पहुंच गए।