उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को बुलाई गई बैठक का कार्यपरिषद के अशासकीय सदस्यों ने बहिष्कार किया है। विक्रम विवि की कार्यपरिषद में राज्यपाल द्वारा नामित 6 अशासकीय सदस्य है, इनमें से एक भी शुक्रवार दोपहर की बैठक में शामिल नहीं हुआ।
राज्यपाल मंगूभाई पटेल की अध्यक्षता में विक्रम विवि का 25 वां दीक्षांत समारोह 22 दिसंबर को आयोजित होना है। दीक्षांत समारोह की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो जाने के बाद विवि प्रशासन ने कार्यपरिषद सदस्यों को सुझावों के लिए आमंत्रित किया। शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे सदस्यों के साथ बैठक रखी गई, एक दिन पहले गुरुवार को इसकी सूचना परिषद सदस्यों को भिजवाई गई।
राज्यपाल द्वारा नामित अशासकीय सदस्य विवि प्रशासन के इस रवैये से नाराज है। उनका तर्क है कि ऐन वक्त पर परिषद सदस्यों को बुलाकर कुलपति केवल अपनी मर्जी थोपना चाहते थे। यहीं वजह रही कि सभी 6 अशासकीय सदस्यों में से एक भी शुक्रवार दोपहर की बैठक में शामिल नहीं हुआ।
कार्यपरिषद के 7 शासकीय सदस्यों की मौजूदगी में कुलपति प्रो. अखिलेश पांडेय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई लेकिन इसमें केवल कार्यक्रम की जानकारी परिषद सदस्यों को देने भर की औपचारिकता पूरी की गई। कार्यपरिषद के अशासकीय सदस्य सचिन दवे धार ने अग्निपथ को बताया कि एक दिन पहले ही सभी अशासकीय सदस्य यह तय कर चुके थे विवि प्रशासन के रवैये के खिलाफ कोई भी सदस्य बैठक में शामिल नहीं होगा।