उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता की कार्यप्रणाली के खिलाफ अपर आयुक्त आर.एस. मंडलोई की सार्वजनिक रूप से नाराजगी के बाद अब नगर निगम के कई कर्मचारी भी आयुक्त के एक फैसले से नाराज हो गए है। आयुक्त ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर नगर निगम के बाहर पार्क होने वाली सभी गाडिय़ों को सर्किल से बाहर करवा दिया। गाडिय़ों को नगर निगम के साइड वाले मैदान में पार्क करने के लिए कहा गया है।
नगर निगम के लगभग सारे ही कर्मचारी अब तक कार्यालय के ठीक सामने बने सर्किल में अपनी गाडिय़ां पार्क करते थे। यह जगह सीसीटीवी कैमरों की जद में है और यहां अमूमन हर समय नगर निगम के कर्मचारी मौजूद रहते हैं। यही वजह है कि ठीक सामने बने सर्किल वाले स्थान को नगर निगम कर्मचारी ज्यादा सुरक्षित मानते है।
मंगलवार को एकाएक आदेश जारी हुआ कि कोई भी कर्मचारी सर्किल में गाड़ी नहीं पार्क करेगा। सभी को मैदान में गाडिय़ा पार्क करने को कहा गया। नगर निगम के कर्मचारियों में नाराजगी इस बात को लेकर है कि यदि मैदान से गाडिय़ां चोरी हो जाती हंै या उनमें किसी तरह का नुकसान होगा तो उसकी भरपाई कौन करेगा। भवन के सामने के सर्किल में मंगलवार को केवल वरिष्ठ अधिकारियों की ही चौपहिया गाडिय़ा खड़ी रही। मैदान में जहां नगर निगम कर्मचारियों को गाडिय़ा पार्क करने को कहा गया है, वहां न तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और न ही कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद रहता है।
लंबी छुट्टी पर जाएंगे अपर आयुक्त
अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई नए साल में नगरनिगम से लंबी लिव पर जा रहे हैं। आयुक्त अंशुल गुप्ता के साथ लगातार तकरार की वजह से वे पहले ही राज्यशासन से उज्जैन से तबादला मांग चुके हैं। सोमवार सुबह ग्रांड होटल परिसर में आयुक्त के व्यवहार पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर कर चुके मंडलोई ने अग्निपथ से चर्चा में कहा कि यह बात सच है कि मैं लिव पर जाने वाला हूं।
उन्होंने कहा कि आयुक्त के साथ मेरी सरकारी कामकाज को लेकर बातचीत हुई थी, ऐसा कुछ नहीं हुआ जैसा प्रचारित किया जा रहा है। अपर आयुक्त ने ग्रांड होटल परिसर में हुए घटनाक्रम का खंडन किया लेकिन उज्जैन से तबादला मांगने और लंबी लिव पर जाने की वजह के बारे में वे कुछ बता नहीं सके।