नगर परिषद अधिकारी, कर्मचारी पर प्रताडऩा का आरोप
बदनावर, अग्निपथ। यहां अंबेडकर चौराहे पर नगर परिषद कार्यालय के सामने सफाई कर्मी का शव रखकर कई घंटों तक धरना दिया गया। यहां रविदास मार्ग स्थित अपने निवास पर सोमवार अल सुबह नगर परिषद के सफाईकर्मी किरण पिता कन्हैयालाल रील (48) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की मांग की।
पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाते समय आंबेडकर प्रतिमा के सामने शव वाहन खड़ा करवा कर शव को रोड पर रख दिया तथा बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरूष धरने पर बैठ गए। जो करीब ढाई घंटे बाद समाप्त हुआ। वे नगर परिषद की सीएमओ तथा तीन अन्य कर्मचारियों के खिलाफ प्रताडि़त करने के आरोप में तत्काल प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे थे। मृतक किरण नगर परिषद में ट्रैक्टर चालक था तथा पिछले कुछ दिनों से उसे ट्रेचिंग ग्राउंड पर तैनात किया गया था।
धरने का पता चलने पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाइश देने का प्रयास किया। किंतु धरने पर बैठे लोग टस से मस नहीं हुए। तब एसडीएम वीरेंद्र कटारे, एसडीओपी देवेंद्र यादव, टीआई सीबी सिंह, तहसीलदार अजमेरसिंह गौड़ आदि एक के बाद एक मौके पर पहुंचे तथा धरना दे रहे समाजजनों को समझाइश देने का प्रयास किया। किंतु वे कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
बाद में नेताओं तथा अन्य लोगों के आने पर नगर परिषद कार्यालय में एसडीएम ने इन लोगों की मांगे सुनी तथा कार्यवाही का हेतु आश्वस्त किया। एसडीएम ने वर्तमान दरोगा भरत उटवाल को हटाने, मर्ग की जांच कर कार्रवाई करने तथा किसी भी सफाईकर्मी को नहीं हटाने की मांग तत्काल मंजूर कर ली। किंतु वे सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई से पूर्व मर्ग की जांच कर दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद ही नियमानुसार कार्रवाई करने हेतु आश्वस्त करने पर बड़ी मुश्किल से यह लोग माने।
इस बीच पूर्व मंत्री मनोहर उटवाल के पुत्र मनोज उटवाल के आने पर उन्होंने समझाइश देकर धरना दे रहे लोगों को राजी किया। तब कहीं जाकर लोगों ने धरना समाप्त कर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। इस बीच करीब ढाई घंटे तक माहौल काफी तनावपूर्ण रहा। मृतक रील हसमुख, मिलनसार व कार्य के लिऐ समर्पित था।