पहले भी लेखा शाखा की गलती से क्यूआर कोड के नीचे प्रभारी का नंबर फ्लश हो चुका
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर की लेखा शाखा की गलती से अभी तक मंदिर के फेसबुक पेज के पेटीएम क्यूआर कोड के नीचे सन- 2017 से एक मोबाइल नंबर डला हुआ है। जोकि अभी तक नहीं हटाया गया है। इसको लेखा शाखा की गलती माने अथवा एनआईसी और मंदिर के आईटी शाखा की।
श्रद्धालुओं को दान देने अथवा अन्य तरह के पेमेंट करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सन- 2017 से फेसबुक पेज के पेटीएम पर महाकालेश्र मंदिर का क्यूआर कोड जारी किया गया था। जिसके नीचे किसी जिम्मेदार व्यक्ति का मोबाइल नंबर- 9479547645 भी डाला गया था। ताकि क्यूआर कोड स्कैन ना होने की स्थिति में मोबाइल नंबर से संबंधित श्रद्धालु दान अथवा अन्य तरह के पेमेंट कर सके।
लेकिन अभी तक फेसबुक पेज पर यही मोबाइल नंबर चल रहा है। जबकि संबंधित श्रद्धालु बारकोड स्कैन करता है तो उसके मोबाइल पर महाकालेश्वर मंदिर लिखा हुआ आता है। लेकिन जब मोबाइल नंबर डायल करता है तो ट्रूकॉलर पर महाकालेश्वर मंदिर से नहीं जुड़े व्यक्ति का नाम फ़्लश होता है। हालांकि यह नंबर बंद कर दिया गया है। लेकिन इस प्रकार की गलती को ठीक नहीं करना कहीं ना कहीं लेखा शाखा अथवा एनआईसी और आईटी शाखा के गलती मानी जा सकती है।
याद रहे कि मंदिर के अकाउंट आदि की जानकारी की जिम्मेदारी लेखा शाखा की है। जिसको समय-समय पर इनको अपडेट करवाते रहना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।
पहले भी लेखा शाखा प्रभारी कर चुके गलती
महाकाल मंदिर के लेखा शाखा प्रभारी द्वारा पिछले दिनों अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर महाकालेश्वर मंदिर के क्यूआर कोड के नीचे अपना मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया गया था। जिसके चलते मीडिया ने इस मामले को जमकर उछाला था और आखिरकार महाकालेश्वर मंदिर के क्यूआर कोड के नीचे से संबंधित प्रभारी को अपना मोबाइल नंबर हटा कर संबंधित बैंक की ब्रांच के नंबर जोडऩा पड़े थे।
प्लेटफार्म पर मिलेगा महाकाल प्रसाद, बनेगा अतिथि निवास
भारतीय केंद्रीय रेलवे बोर्ड की 24 सदस्यीय समिति में प्रदेश की एकमात्र प्रतिनिधि श्रीमती बबिता परमार ने गुरुवार को सपरिवार भगवान महाकाल का दर्शन पूजन किया। मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने सौजन्य भेंट की व मंदिर की व्यवस्थाओं व विस्तार योजना की जानकारी दी। श्रीमती परमार ने कहा कि रेलवे बोर्ड सदस्य होने के नाते हमारा प्रयास रहेगा कि रेलवे यात्री गण को भगवान के दर्शन हेतु एलईडी मुख्य प्लेटफार्म पर लगाई जाए।
समयाभाव के कारण सभी यात्री मंदिर नहीं जा पाते हैं। अत: प्लेट फॉर्म पर मंदिर का स्टाल लगवाया जाए। यात्री महाकाल प्रसाद के साथ ही भगवान महाकाल की तस्वीर आदि भी प्राप्त कर सकेंगे। मंदिर प्रशासक श्री धाकड़ ने एक आधुनिक अतिथि निवास का निर्माण कर मन्दिर को सौंपे जाने का प्रस्ताव भी दिया। इस अवसर पर रेलवे उज्जैन के अधिकारी अमित कुमार, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, आरपी तिवारी, अनुराग चौबे आदि उपस्थित रहे।