घर में भी तेज ठंड का एहसास, वृद्धों और बच्चों पर हो रहा असर
उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को भी शाम ढलने के बाद तेज ठंड ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान बढ़ा है। लेकिन इसका असर अभी भी बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल ठंड से निजात मिलने की संभावना कम ही है।
उत्तरी क्षेत्र से आ रहीं बर्फीली हवाओं के कारण रात का न्यूनतम तापमान सीवियर कोल्ड डे में परिवर्तित हो गया है। जीवाजी वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र गुप्त ने बताया कि सूर्य की तपिश के कारण जहां शनिवार को दिन का तापमान बढ़ा है। वहीं इसके असर से शुक्रवार शनिवार दरमियानी रात का तापमान भी 4 डिग्री से बढक़र 5.2 डिग्री पर पहुंच गया। हालांकि उत्तरी क्षेत्र से चली हवा की गति इस दौरान कम रही। इसलिए रात का पारा नीचे नहीं गया। श्री गुप्त ने बताया कि फिलहाल रात के पारे में ज्यादा उतार नहीं होगा। जिसके चलते फरवरी के पहले सप्ताह तक इससे छुटकारा मिलने की संभावना न के बराबर है।
दिन का पारा लगातार बढ़त पर
दिन का अधिकतम तापमान सूर्य के उत्तरायण होने से लगातार बढ़ रहा है। 27 जनवरी को जहां पारा 20.5 था वहीं 28 को 22.2 डिग्री पर पहुंच गया था। 29 जनवरी को फिर बढक़र 24.5 डिग्री पर आ गया था। इस तरह से दिन का पारा लगातार बढ़त बनाए हुए है। वहीं रात का पारा धीरे धीरे बढ़ तो रहा है। लेकिन आगामी दिनों में यदि उत्तरी क्षेत्र की हवा की गति बढ़ती है तो फिर से लोगों को इससे परेशानी उठाना पड़ेगी।
डॉक्टर की सलाह- बच्चे बुजुर्गों का रखें ख्याल
कई वषोँं बाद यह पहली बार है कि जब लोगों को इतनी अधिक ठंड से रूबरू होना पड़ रहा है। इससे सबसे अधिक बच्चे और बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं। माधव नगर अस्पताल प्रभारी विक्रमसिंह रघुवंशी का कहना है कि कोरोना के इस दौर में बच्चे और बुजुर्गों को कफ, कोल्ड, बुखार जैसी बीमारी घेर रही है। परिजनों को इससे बचाने के प्रयास करने होंगे। गर्म कपड़े, घर में अलाव आदि जलाकर ठंड से अधिक से अधिक बचाएं। अधिक बीमार होने की स्थिति में डॉक्टरों से संपर्क किया जाए।