महाकालेश्वर मंदिर गर्भगृह से किए 2.30 घंटे आम श्रद्धालुओं ने दर्शन

Mahakal Garubh grah darshan 09122021

मुख्यमंत्री की शादी में छूट देने के बाद लिया निर्णय

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में कोरोना संक्रमण की दर कम होने के बाद शनिवार को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर डेढ़ माह से बंद महाकाल गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश चालू कर दिया गया। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश चालू होने से महाकाल के भक्तों में उत्साह का माहौल है। भक्तों में यह भी विश्वास जागा है कि अब कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर समाप्ति की ओर है।

संक्रमण की तीसरी लहर की समाप्ति के संकेत शुक्रवार को प्रदेश सरकार से भी मिल गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि अब विवाह समारोह में 250 मेहमानों की सीमित संख्या का प्रतिबंध नहीं रहेगा। मसलन अब विवाह समारोह में जी चाहे जितने मेहमानों को बुलाया जा सकता है। मध्यप्रदेश सरकार की नई गाइड लाइन के तहत ही मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओंं का प्रवेश चालू किया गया है। हालांकि सरकार ने यह चेतावनी भी जारी की है कि अभी कोरोना हमारे बीच मौजूद है। प्रतिबंधों के कारण बिगड़ती अर्थव्यवस्था, विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान और बीमारी से जो डर का माहौल पैदा हुआ ही इससे निजात पाने के लिए प्रतिबंध वापस लिए गए हैं। इसलिए सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाने की अनिवार्यता के साथ सैनिटाइजर का उपयोग यथावत रहेगा।

37 दिनों के बाद मिला वसंत पंचमी पर प्रवेश

वसंत पंचमी पर आम श्रद्धालुओं के भगवान महाकाल के निकट से दर्शन करने की लालसा पूरी हो गई। करीब 37 दिनों से बंद महाकाल मंदिर का गर्भगृह आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। शनिवार को दोपहर 1 से 3.30 बजे तक श्रद्धालुओं की लाइन को गर्भगृह में प्रवेश दिया गया। भगवान महाकाल का दरबार काफी दिनों के बाद आम श्रद्धालुओं के जयकारे से गूंज उठा।

तीन दिन पहले ही शुरू की 1500 की अभिषेक रसीद

कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने 3 दिन पहले 1500 रुपए की अभिषेक रसीद से 2 लोगों को भगवान महाकाल के गर्भगृह में जाने की अनुमति प्रदान कर दी थी। महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि राज्य सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार शादी में मेहमानों को बुलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने के बाद मंदिर समिति ने भी वसंत पंचमी पर फैसला लिया कि जब ज्यादा भीड़ नहीं होगी उस समय श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा और भीड़ होने पर 1500 रुपए देकर श्रद्धालु गर्भगृह में प्रवेश कर सकेंगे।

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