केएसएस कंपनी के सुपरवाइजर ने गार्ड के साथ भेजा दर्शन को, कहा- साहब का आदेश है
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार को सुबह उस समय विचित्र स्थिति पैदा हो गई जब एक युवती बुर्का पहनकर मंदिर के प्रवेश द्वार से घुसने का प्रयास करने लगी। गेट निरीक्षक द्वारा रोके जाने के बाद सुरक्षा कंपनी का सुपरवाइजर पहुंचा और उसने कहा कि साहब का आदेश है तो उसे मंदिर के अंदर दर्शन के लिए जाने दिया गया। इधर मंदिर प्रशासक का स्पष्ट कहना है कि उन्होंने किसी भी तरह का कोई आदेश नहीं दिया।
पूरे देश में हिजाब का विवाद सुलझा भी नहीं था कि महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार की सुबह लक्ष्मी, उसकी मां और रिश्तेदार किशन निवासी भीलवाड़ा राजस्थान बड़ा गणपति मंदिर के सामने से प्रवेश करने का प्रयास करने लगे। लक्ष्मी नाम की महिला बुर्का पहने हुई थी। इसको देखते हुए महिला सुरक्षा गार्ड रमा तिवारी ने इस बात की सूचना चार नंबर गेट निरीक्षक बहादुर सिंह को बताई।
उन्होंने उसे गेट पर भेजने को कहा। यहां पर गेट निरीक्षक ने बुर्का पहनकर मंदिर में प्रवेश करने से लक्ष्मी को रोक दिया। लेकिन उसकी मां और रिश्तेदार को भगवान महाकाल के दर्शन के लिए जाने दिया गया। इतनी ही देर में सूचना पाकर केएसएस कंपनी का सुपरवाइजर अजय बैरागी पहुंचा और उसने कहा कि साहब से बात हो गई है। उसने बुर्का पहने ही युवती को अपनी सुरक्षा गार्ड रमा तिवारी के साथ चार नंबर गेट से प्रवेश करवा कर कार्तिकेय मंडपम दर्शन के लिए पहुंचा दिया। यहां पर युवती से बुर्का उतरवा गया।
बुर्का पहने दर्शन करते देख लोगों ने इस बात की सूचना सार्वजनिक कर दी। सूचना पाकर मंदिर में मौजूद पुलिसकर्मी पहुंचे और उसे मंदिर प्रांगण में ही घेर लिया और महाकाल थाने लेकर आए।
जावरा में जिन्न ने दिया था आदेश
महिला के रिश्तेदार किशन पिता डालचंद निवासी भीलवाड़ा ने बताया कि वह लक्ष्मी और उसकी मां के साथ बस से सुबह 5 बजे उज्जैन पहुंचे थे। लक्ष्मी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उस पर ऊपरी हवा का चक्कर है। लक्ष्मी को जिन्न ने आदेश दिया था कि बुर्का पहनकर भगवान महाकाल के दर्शन करो तो हवा का चक्कर दूर हो जाएगा।
महाकाल थाना पुलिस सभी को थाने लेकर आए। जहां पूछताछ की तो महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लगी। वह कह रही थी कि मुझे जिन्न ने आदेश दिया है। इस कारण बुर्का पहनकर मंदिर में गई थी। उसकी मां व रिश्तेदार सभी के आधार कार्ड चेक किए गए। वह भीलवाड़ा राजस्थान की रहने वाली है।
महिला गार्ड ने बुर्का उतारने को कहा था
लक्ष्मी उसकी मां और उसके रिश्तेदार किशन को बड़ा गणपति के सामने की बेरिकेड पर तैनात महिला गार्ड रमा तिवारी ने रोका और बुर्का पहने लक्ष्मी से कहा कि चेंजिंग रूम में जाकर साड़ी पहन लो। वह बुर्के में मंदिर नहीं जा सकती। लेकिन सुपरवाइजर अजय बैरागी और गेट निरीक्षक वीर बहादुर सिंह के बीच बात होने के बाद रमा तिवारी उसे कार्तिकेय मंडपम तक ले गई। भगवान के दर्शन के बाद उसे बुर्का उतारने को कहा गया।
इनका कहना है
मैंने ऐसा कोई आदेश भी नहीं दिया है। सुपरवाइजर पर कार्रवाई की जाएगी। – गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक, महाकालेश्वर मंदिर समिति
हिजाब का विवाद अभी थमा नहीं
पूरे देश भर में हिजाब को लेकर सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफार्म पर तरह-तरह के विचार व्यक्त किए जा रहे है।ं इस दौर में महाकालेश्वर मंदिर में बुर्का पहनकर एक महिला का प्रवेश कर जाना और भगवान महाकाल के दर्शन कर लेना। कहीं ना कहीं मंदिर प्रशासन की भारी चूक नजर आ रही है। मामले को लेकर हिंदूवादी संगठन इस पर भारी एतराज जताकर मंदिर प्रशासन की नाक में दम भी कर सकते हैं।