सर्वेक्षण की शर्त थी, इसलिए बदल दिया घासमंडी चौराहे का नाम

Aajadi ka amrit mahotsav choraha ujjain

अब एकेएएम चौराहे के नाम से जाना जाएगा घासमंडी चौराहा

उज्जैन, अग्निपथ। एसडीएम शहर और नगर निगम ने अपने रिकार्ड में फ्रीगंज स्थित घासमंडी चौराहे का नाम बदल डाला है। अब इस चौराहे को एकेएएम चौराहे के नाम से जाना जाएगा। एकेएएम का पूरा मतलब आजादी का अमृत महोत्सव है। इस चौराहे पर नगर निगम की ओर से बकायदा गुगल लोकेशन का चिन्ह स्थापित कर उस पर चौराहे का नया नाम लिखा गया है।

घासमंडी चौराहे का नाम बदलने की आखिर जरूरत क्यों पड़ी? इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए आपको केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की गाईड लाइन के बारे में जानना होगा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में भाग लेने वाले शहरों के लिए केंद्र सरकार ने अपनी गाईड लाइन में एक अनिवार्य शर्त रखी है।

शर्त यह है कि इस साल जो भी शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल होंगे, उन्हें अपने यहां के किसी एक चौराहे का नामकरण आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में परिवर्तित करना होगा। देश इस साल स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है, प्रत्येक शहर में लोगों के बीच आजादी के अमृत महोत्सव के प्रति जुड़ाव बन सके, इसलिए यह प्रयोग किया जा रहा है।

तय शर्त के मुताबिक उज्जैन में भी किसी एक चौराहे का नाम बदलना था लिहाजा घासमंडी चौराहा, बिड़ला अस्पताल चौराहा और कोयला फाटक चौराहे को चुना गया था। खास बात यह है कि इन तीनों ही चौराहों को शहर में लोग अलग-अलग नामों से जानते तो है लेकिन राजस्व या नगर निगम के रिकार्ड में इनका कोई नाम दर्ज नहीं है। तीन चौराहों में से भी एक घासमंडी या मजदूर चौराहे का चयन कर उसे आजादी के अमृत महोत्सव चौराहे के रूप में परिवर्तित करने का फैसला किया गया।

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