अग्नि अखाड़े के सभापति मुक्तानंदजी महाराज ने की मांग
उज्जैन, अग्निपथ। अग्नि अखाड़े के सभापति मुक्तानंदजी बापू महाराज ने सिंहस्थ 2028 को लेकर मप्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि आम जनता व साधु-संतों की सुविधा के अनुरूप काम होना चाहिए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के निर्देशन में शासन-प्रशासन योजना बनाकर कार्य करें। उन्होंने शिप्रा की नियमित सफाई पर भी जोर दिया।
बापू इन दिनों श्री पंच अग्नि अखाड़ा सदावल रोड उज्जैन में आए हुए है। उनके सानिध्य में जूनागढ़ गुजरात से आए 11 पंडितों के द्वारा जनकल्याण, विश्वकल्याण एवं कोरोना महामारी के नाश हेतु 11 दिवसीय गायत्री यज्ञ किया जा रहा है जिसकी पूर्णाहुति 24 फरवरी को होगी। अखाड़ा परिसर में आयोजित सभा में बापू ने कहा कि उज्जैन में अग्नि अखाड़े में यह 10 वां गायत्री यज्ञ चल रहा है। इसके पहले जूनागढ़, कच्छ, गुप्त प्रयाग, बिलनाक आदि जगहों पर वे यज्ञ पूर्ण कर चुके हैं। उज्जैन के बाद त्रयंबकेश्वर में यज्ञ होगा। ऐसे 11 यज्ञ करने का उनका लक्ष्य है तथा भूलचुक के लिए एक यज्ञ अलग से कुल 12 यज्ञ किए जाएंगे। आखिरी यज्ञ गांधीनगर गुजरात में करेंगे।
शिप्रा की हो नियमित सफाई
बापू ने बताया कि उनके निर्देशन में शिक्षा, समाज व चिकित्सा के क्षेत्र में अनुयायी व शिष्यगण सेवा प्रकल्प के कार्य कर रहे हैं। उज्जैन की शिप्रा नदी को लेकर बापू ने कहा कि इसकी नियमित सफाई होना चाहिए ताकि शुद्ध जल में श्रद्धालु स्नान कर सके। इस अवसर पर बापू का इंदौर के वरिष्ठ समाजसेवी सुरेश शर्मा, उज्जैन के धनंजय शर्मा, शिवकुमार दुबे, पंडित नीतू गुरु आदि ने स्वागत किया।