एक बस के चालक की मौत-दूसरा गंभीर, 35 यात्रियों को चल रहा उपचार
उज्जैन, अग्निपथ। तेज रफ्तार से दौड़ती यात्रियों से भरी दो बसों में बुधवार दोपहर भिड़ंत हो गई। आमने-सामने हुई दुर्घटना में एक बस चालक की मौत हो गई। दूसरा गंभीर घायल हुआ है। बसों के आगे केबिन में बैठे और उसके पीछे की सीटों पर सवार करीब 35 यात्री घायल हुए है।
महाकाल टी आई मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि बडऩगर मार्ग मुल्लापुरा मोड़ पर दोपहर 3.30 बजे के लगभग 2 बसों में आमने-सामने की भिड़त होने की जानकारी मिलते ही पुलिस टीमें मौके पर पहुंच गई थी।
दुर्घटना में दोनों बसों का अगला हिस्सा एक-दूसरे में फंसा था। दोनों के चालक बुरी तरह से लहूलुहान दिखाई दे रहे थे। आगे सीटों और केबिन में यात्री घायल हो चुके थे। घायल यात्रियों को बसों से उतारने के बाद 108 ए बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
जानकारी सामने आई कि भाटी ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 13 पी 0726 बडऩगर से उज्जैन आ रही थी। गुर्जर ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 13 पी 1756 इंदौर से नीमच के बीच चलती है, जो उज्जैन से निकली थी। भाटी बस सुभाष पिता रामचंद्र सेन (45) निवासी बडऩगर चला रहा था, जिसकी मौत हो चुकी है। 35 से अधिक घायलों को उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
गुर्जर बस का चालक फंसा
दुर्घटना के बाद गुर्जर बस का चालक वीरेन्द्र पिता भारतसिंह (42) निवासी देहपुर मंदसौर अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से बुरी तरह फंसकर घायल हो चुका था। उसे बाहर निकालने के लिये मौके पर क्रेन बुलाई गई। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद बसों को खींच कर अलग किया। वीरेन्द्र की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बताई है। उसे परिजनों और बस मालिक को खबर दी गई है।
उज्जैन-मंदसौर-बडऩगर के घायल
घायलों में उज्जैन, नीमच, मंदसौर और बडऩगर के शामिल है। जिसमें शुभम राठौर जावरा, चंद्रकांता नानाखेड़ा, चंद्रभान सेन जावद मंदसौर, वासुदेव बैरागी देवासगेट उज्जैन, विजय ठाकुर जावरा, महिपाल राठौर नीमच, दीपक आंजना सीतामहू, राजपाल सीतामहू, मनोहरलाल मल्लाहरगढ़, प्रदीपसिहं नीमच, तारामणि जोशी वेदनगर उज्जैन, गजेन्द्रसिंह मंदसौर, प्रतीक सोनी उज्जैन, नितेश गोयल बडऩगर, वर्षा पिता कमलेश जावरा, ज्ञानेन्द्रसिंह तिरुपतिधाम उज्जैन, पीरुलाल बोलासा बडऩगर, सहित 35 घायल थे।
सांसद पहुंचे अस्पताल
2 बसों में हुई दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद अनिल फिरोजिया घायलों का हाल जानने के लिये जिला अस्पताल पहुंच गये थे। उन्होने घायलों के उचित उपचार की व्यवस्था के निर्देश सीएमएसओ को दिया। वहीं कलेक्टर से चर्चा की समुचित व्यवस्था की बात कहीं।
इस दौरान एक घायल के पास पुलिस जवान हाथ में ड्रीप लेकर खड़ा था। जिसको देख अस्पताल प्रशासन के प्रति सांसद ने नाराजगी व्यक्त करते हुए स्टॉफ से कहा कि घायलों की जान बचाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। यहां व्यवस्था क्यों नहीं है।