80 हजार रुपये लेकर छोड़ा, अब धमका रहे
उज्जैन, अग्निपथ। प्रेम विवाह कर चुके युवक ने सोमवार को एक बार फिर पुलिस पर पत्नी से जबरन अलग करने और 80 हजार रुपये लेकर रिहा करने का आरोप लगाया और मीडिया के समक्ष पत्नी से मिलाने की गुहार लगाई है।
देवास के भवानी सागर में रहने वाले आकाश पिता वीरेन्द्र सांगते ने प्रेम कांफ्रेस में बताया कि उसने 10 फरवरी को नागझिरी की रहने वाली रितीका के साथ प्रेम विवाह किया था। रितीका के पिता पटवारी है। उन्हे शादी मंजूर नहीं थी, जिसके चलते घर से भाग गये थे। पत्नी के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। नागझिरी पुलिस ने 11 फरवरी को हमें इंदौर से पकड़ा। हमने विवाह के प्रमाण पत्र दिखाये और बालिग होना बताया।
बावजूद रितिका के परिवार से सांठगांठ कर मुझे गिर तार किया गया और रितीका के न्यायालय में बयान दर्ज कराकर जबरन माता-पिता के साथ भेज दिया। एएसआई वेद, आरक्षक गजेन्द्र दुबे, लखन और दीपेश अग्रवाल ने मिलकर मेरे साथ मारपीट की और 80 हजार रुपये लेने के बाद रिहा किया। वह अपनी पत्नी से मिलने का प्रयास कर रहा है, लेकिन पुलिस और रितीका के परिजन धमका रहे है।
आकश ने कहा कि पत्नी पर दबाव बनाकर उसकी दूसरी जगह शादी कराई जा सकती है। पत्नी को उसके माता-पिता से मुक्त कराकर मुझसे मिलाया जाए। वह मामले में एसपी कार्यालय में अपनी गुहार लगा चुका है, लेकिन अब तक पत्नी से नहीं मिल पाया हूं।