सर्वोच्च न्यायालय से जीतने के बाद भी मजदूर रकम पाने के लिए भटक रहे, यह नेताओं और मुख्यमंत्री के लिए शर्मनाक- चंदेल
उज्जैन, अग्निपथ। संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रहे धरना प्रदर्शन के 21वें दिन भी धरना जारी रहा। पं. हरिशंकर शर्मा की अध्यक्षता में ओमप्रकाश भदौरिया, संतोष सुनहरे, लक्ष्मीनारायण रजक, मिश्रीलाल, अर्जुनलाल, चिंतामण तिवारी, फूलसिंह परिहार, रामनारायण ने अपने विचार व्यक्त किये।
मुख्य अतिथि अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के महामंत्री एवं उज्जैन परस्पर सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिलसिंह चंदेल ने मजदूरों के समर्थन में अपने और संगठन की ओर से विश्वास दिलाया कि मजदूरों के इस न्यायपूर्ण आंदोलन को पूरा समर्थन है। सत्ताधारियों को लताड़ लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस उम्र में मजदूरों को अपने अधिकारों के लिए सडक़ पर संघर्ष करना पड़े उन नेताओं को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिये। चंदेल ने कहा कि इस बेशकीमती जमीन पर नेताओं की गिध्द दृष्टि है जो कोडिय़ों के दाम खरीदकर बंदर बांट करना चाह रहे हैं। चंदेल ने श्रमिकों से आव्हान किया कि वे एकजुट होकर जनप्रतिनिधियों के घर पर जाकर थाली बजाकर उनकी नींद हराम करें।
श्रमिक सर्वोच्च न्यायालय से जीतने के बाद भी 3 वर्ष से अपनी रकम पाने के लिए भटक रहे हैं। यह नेताओं और मुख्यमंत्री के लिए शर्मनाक है।
शासन समय रहते सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन श्रमिकों को उनके खून पसीने की कमाई का भुगतान करे। धरने में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरदयालसिंह सिसौदिया, मलखानसिंह दीखित, प्रकाशसिंह परिहार आदि उपस्थित थे।