धर्म का ढिंढोरा पीटने वालों को भी नहीं दिखाई दी, सुरक्षा-सफाईकर्मी की भी नहीं पड़ी नजर
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में होलिका दहन स्थल के अंदर एक चप्पल पड़े होने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसके चलते श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था प्रभावित हुई है। चप्पल दहन स्थल पर कैसे पहुंची, यह जांच का विषय है। मामले में हिन्दू संगठनों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में धूमधाम से प्रदोष काल में मंदिर परिसर में होलिका दहन किया गया था। जिसमें मंदिर प्रशासक सहित पंडे पुजारी बड़ी संख्या में शामिल हुए थे। शासकीय पुजारी द्वारा विधिवत पूजन अर्चन के पश्चात होलिका दहन किया गया था। लेकिन इसकी मान मर्यादा रखी नहीं जा सकी और गुरुवार को एक चप्पल होलिका दहन स्थल पर पड़ी राख में नजर आई।
इसका फोटो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोगों ने बकायदा गोल घेरा बनाकर फोटो को सोशल मीडिया पर प्रदर्शित किया है। मंदिर के कर्मचारियों का भी कहना है कि सफाई कर्मियों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मियों के मौजूद रहने के बावजूद ओंकारेश्वर मंदिर के सामने स्थित होलिका दहन स्थल के अंदर आखिरकार चप्पल कैसे पहुंच गई।
होलिका दहन करने वाले अंत तक रखें ध्यान
प्रतिवर्ष अमूमन होलिका दहन वाले दिन के बाद होलिका दहन स्थल की ओर जाना कोई भी गंवारा नहीं करता है। यहां तक कि होलिका दहन का आयोजन करने वाले पंडे पुजारी और उनके सहायक भी यहां से कन्नी काट लेते हैं और मंदिर के कर्मचारियों के भरोसे होलिका दहन स्थल को छोड़ दिया जाता है। ऐसे में कोई भी असामाजिक तत्व यदि इस प्रकार की कोई हरकत कर दे तो बड़ा बवाल होना स्वाभाविक है।
मामले की जांच हो
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद हिंदू संगठन भी हरकत में आया है। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की हरकत करने से आस्था को चोट पहुंचती है और मंदिर की छवि धूमिल होती है। मामले की मंदिर प्रशासन को जांच कर दोषी पर कार्रवाई करना चाहिए।