विक्रमोत्सव 2079 के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर हुई वैदिक मंत्रों की अंत्याक्षरी

घन पाठ के साथ हुआ मंगलाचरण-500 से अधिक छात्रों ने की सहभागिता

उज्जैन, अग्निपथ। विगत 17 वर्षो से विक्रमोत्सव के दिव्य आयोजन में संस्कृति मंत्रालय भोपाल एवं संस्था अनुष्ठान मण्डपम ज्योतिष अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक मंत्र अंत्याक्षरी का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस वर्ष भी विक्रमोत्सव 2079 के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर वेदिक मंत्रो की अंत्याक्षरी का आयोजन सोमवार को पीपलीनाका रोड स्थित बाबा गुमानदेव हनुमान मंदिर परिसर में किया गय़ा।

संस्था अध्यक्ष ज्यो पं. चंदन श्यामनारायण व्यास ने बताया कि 28 मार्च सोमवार को प्रात: 10 बजे से पिपलीनाका रोड स्थित अति प्राचीन बाबा गुमानदेव हनुमान गढ़ी पर विक्रमोत्स्व के अंतर्गत शुक्ल यजुर्वेद संहिता के मंत्रो पर आधारित मंत्रो की अंत्याक्षरी का दिव्य आयोजन किया गया जिसमें उज्जैन के अलावा इंदौर एवं आस पास के अंचल के सभी प्रमुख वैदिक विद्यालय के 500 से अधिक छात्रों ने सहभागीता की। सर्वप्रथम बाबा गुमानदेव हनुमानजी महाराज का पूजन कर सभी वैदिक आचार्यों एवं छात्रों के साथ अतिथियो ने बाबा गुमानदेव हनुमानजी का पूजन कर मंत्रांजली अर्पित की। पश्चात अतिथि द्वारा वेद का पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर एवं ज्यों पं श्यामनारायण व्यास के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें इंदौर से विशेष रूप से पधारी बाल कलाकार जयत्रा दवे ने नील सरस्वती सत्रोत्र पर मन मोहक कथक प्रस्तुति दी। उक्त आयोजन में प्रसिद्ध जीवन प्रबंधन गुरु पं विजय शंकर मेहता का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ। अध्यक्षता महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार ने की। मुख्य अथिति उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव रहे। सारस्वत अथिति डॉ भगवती लाल राजपुरोहित पूर्व निदेशक विक्रमादित्य शोध पीठ एवं प्रो बाल कृष्ण शर्मा पूर्व कुलपति विक्रम विश्व विद्यालय रहे।

विशिष्ट अथिति के रूप मे विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक राम तिवारी एवं कालिदास अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ संतोष पांड्या रहे। प्रतियोगिता में विजेता टीम को नगद राशि पुरुस्कार के साथ प्रमाण पत्र भी भेंट किया गया। साथ ही सभी प्रमुख वैदिक विद्यालयं के आचार्यों का प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सत्कार किया। प्रतियोगिता में निर्णायकों के रूप में वैदिक पं उमेश शर्मा, वैदिक जय नारायण, वेदिक नागेश शर्मा को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।

इन्होंने पाई जीत

इस प्रतियोगिता में उज्जैन के ललिता त्रिपुर सुंदरी वेद विद्यापीठ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। महर्षि का कण्व वेद विद्यालय ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। स्वामी गिरिजानंद सरस्वती वेद पाठशाला विद्या धाम इंदौर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायधीश करुणा त्रिवेदी, देवदत्त शर्मा, पं. अधिश द्विवेदी, पंडित गोपालकृष्ण दवे, दिनेश रावल, सत्यनारायण बजाज, दिनेश दिग्गज, मुक्तेश त्रिवेदी, राहुल दवे, शैलेश दुबे, वासुदेव रावल, करण जाट आदि शहर के गणमान्य जन उपस्थित हुए। संचालन डॉ पतंजलि पांडे ने किया एवं आभार उद्बोधन संस्था उपाध्यक्ष डॉ श्रद्धा व्यास ने दिया।

Next Post

अभिभाषक संघ चुनाव: वाघेला ही रहेंगे अध्यक्ष, दूसरी प्रक्रिया में भी रहे निर्विरोध

Mon Mar 28 , 2022
21 अभिभाषक भी रहेंगे संघ का हिस्सा बडऩगर, अग्निपथ। अभिभाषक संघ बडऩगर अध्यक्ष चुनाव को लेकर वुकीलों के दो धड़ो के बीच चल रहा घमासान सोमवार को शांत हो गया। मप्र स्टेट बार कौंसिल सदस्य प्रताप मेहता के हस्तक्षेप के बाद कैलाश वाघेला ही संघ के अध्यक्ष रहेंगे। हालांकि इसके […]