दो दिन जमकर हुआ श्रीराम-रावण का युद्ध, दशमी को अहंकारी रावण का दहन

झारडा क्षेत्र में चैत्र नवरात्रि के बाद होता है आयोजन

झारडा, (स्वस्तिक चौधरी) अग्निपथ। चैत्र नवरात्रि की नवमी से भगवान राम और रावण की सेना के बीच जमकर युद्ध हुआ। दो दिन तक चले इस युद्ध का अंत सोमवार को श्रीराम ने अहंकारी रावण का दहन कर किया।

दरअसल, क्षेत्र के ग्राम इन्दौख में 112 वर्ष से चली आ रही परंपरा के मुताबिक चैत्र नवरात्रि की नवमी पर रविवार को रातभर स्थानीय श्री दुर्गा नाट्य कला मण्डल के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन किया गया। अगले दिन दसमी पर सोमवार दोपहर 3 बजे से रामायण मंचन के साथ श्रीरामजी एवं रावण की सेना में जमकर युद्ध हुआ।

ढोलढमाकों के साथ प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा इंदौख के प्रमुख मार्ग से होते हुए दशहरा मैदान चौपाटी पहुंची। जहां श्रीराम-रावण युद्ध का नाट्य मंचन किया। जिसके पश्चात श्रीराम ने धनुष से रावण की नाभी में तीर मारकर दहन किया। साथ ही ग्रामवासियों ने जमकर रंगारंग आतिशबाजी की। आचार्यो द्वारा प्रभु श्रीराम, श्री लक्ष्मण, श्री हनुमान की पूजा अर्चना की गई।

छतों से निहारा रावण दहन

गांव में रावण दहन पर उत्साह का वातावरण था। माता-बहनें व नागरीकगण मकानों की छतों पर से भी रामलीला का दृश्य निहार रहे थे। नागरिक आपस मे गले मिल एक दुसरे को विजयपर्व की बधाइयां दी। कार्यक्रम में आस पास के क्षेत्रों व राजस्थान के धर्मालुओं सहित लगभग पाँच हजार नागरिक उपस्थित थे।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक बहादुरसिंह चौहान, आयोजनसमिति अध्यक्ष पारसमल जैन, दिनेश गोस्वामी, कालू गोस्वामी, उमरावसिंह चौहान, सरपंच ओमप्रकाश शर्मा, महेन्द्र जैन, भी मौजूद थे।

Next Post

घोड़े पर सवार होकर निकली भारत माता-रानी लक्ष्मीबाई

Mon Apr 11 , 2022
फुले जयंती पर निकाली कलश यात्रा महिदपुर, अग्निपथ। मेवाड़ा माली समाज तहसील स्तरीय समिति के तत्वावधान में महात्मा ज्योति बा फूले जयंती पर सोमवार को कलशयात्रा निकाला गई। ग्राम भीमाखेड़ा के श्री चारभुजानाथ मंदिर से शुरू हुई यात्रा में घोड़ोंं पर महारानी लक्ष्मीबाई एवं भारत माता के प्रतीक स्वरूप बालिका […]