50 महिला मंडल, 50 घोड़े, 50 ढोल 5 बैंड, 2 हाथी, प्रभु रथ सहित अन्य लाव लश्कर रहा शामिल, मंत्री व विधायक भी हुए शामिल
उज्जैन, अग्निपथ। आचार्य विश्वरत्न सागर सूरीश्वर जी के अर्ध जन्मशताब्दी व 1600 नवपद ओली तप आराधकों के अनुमोदनार्थ शनिवार सुबह 8 बजे सूरज नगर मैदान से 2 किलोमीटर लंबी भव्य रथयात्रा निकली। जिसमें 50 महिला मंडल, 50 घोड़े, 50 ढोल, 5 बैंड, 2 हाथी, 5 बग्गी, राजसी वैभव सहित हजारों समाज जन शामिल रहें। विभिन्न मार्गो से होकर रथयात्रा कार्तिक मेला ग्राउंड क्षत्रिय कुंड नगरी पहुंचकर समाप्त हुई।
जुलूस में मोक्षगामी मालव भूषण आचार्य देवेश नवरत्न सागर सुरीश्वर जी कि प्रतिमा भी शामिल रही। जुलूस मार्ग में 50 मंचो से विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा व जलपान का स्वागत किया।
श्री वीर विश्व अर्ध जन्म शताब्दी महोत्सव समिति संयोजक जयंतीलाल जैन तेलवाला व मीडिया प्रभारी डॉ. राहुल कटारिया के अनुसार शनिवार को आयोजन का मुख्य उत्सव रहा। मध्य प्रदेश शासन के राजकीय अतिथि आचार्य श्री विश्व रत्न सागर सूरी के 50 वें जन्मोत्सव व तप आराधना के अनुमोदनार्थ लाव लश्कर के साथ भव्य रथयात्रा निकाली गयी। कार्तिक मेला मैदान जन्मोत्सव का मुख्य कार्यक्रम एवं गुरु गुणानुवाद हुआ।
आयोजन के लाभार्थी जयंतीलाल पारसमल हरणिया तेलवाला परिवार रहे। जुलूस में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, विधायक पारस जैन, अनिल जैन कलुहेड़ा, बीजेपी नगराध्यक्ष विवेक जोशी, ओम जैन, नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश जैन डगवाला,अरुण फुलेरा, संजय ढड्ढा, परम गुरु भक्त ओमप्रकाश जी रांका, रथ यात्रा संयोजक अभय जैन भय्या, प्रसन्न जैन, पुनीत जैन, रितेश खाबिया, राहुल सराफ, अमित भंसाली सहित अन्य समाज जन मौजूद रहे।
ये रहा आकर्षण का केन्द्र
- आगे चल रहे घोड़े पर रानी लक्ष्मी बाई की वेशभूषा में बालिकाएं तलवार लेकर सवार रही।
- जुलूस मार्ग में कलाकारो ने रंगोली के रंग बिखेर कर सभी का स्वागत किया।
- भक्त आचार्य श्री को कंधे पर उठाकर भी जयकारे लगाते हुए चले।
- हाथी पर बैठे 23 वर्षीय दीक्षार्थी सपन बोहरा भवानी मंडी ने वर्षी दान भी किया।
- मार्ग में 50 जगह स्वागत मंच लगे, सामाजिक संगठनो ने पुष्प वर्षा व जलपान का स्वागत किया।
- जुलूस के कार्तिक मेला मैदान पहुचने पर धर्मसभा हुई। प्रसिद्ध संगीतकार राजीव विजयवर्गीय व विपिन पोरवाल ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुति दी।
- रथ यात्रा कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सहित राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत के गुरु भक्त शामिल हुए। जुलूस में आचार्य मृदु रत्न सागर सूरी जी, मुनि कीर्ति रत्न सागर जी, मुनि उत्तम रत्न सागर जी, साध्वी हेमेंद्र श्रीजी मसा, साध्वी सिद्धान्त ज्योति श्रीजी, साध्वी सूर्यकांता श्रीजी आदि ठाणा मौजूद रहे। जुलूस में बग्गी पर जोधपुर से आईगुरु मैय्या चंदनप्रभा माता जी भी विराजमान रही। आज आएंगे कर्नाटक के राज्यपाल, गुरु गुणानुवाद होगा।
आज आचार्य का गुणानुवाद, कर्नाटक के राज्यपाल होंगे शामिल
महोत्सव के अंतिम दिवस रविवार सुबह 11 बजे कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान आचार्य श्री का गुणानुवाद होगा व उनके जीवन दर्शन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री स्क्रीन से प्रसारित की जाएगी। साथ ही नो दिनी ओली जी तप का पारणा भी होगा ओर सभी को प्रभावना वितरित की जाएगी।