इंगोरिया में पुलिस ने की तफ्तीश, अब दोनों को ले जाएंगे हरिनगर
उज्जैन, अग्निपथ। नागर परिवार के तिहरे हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपियों ने शनिवार को पिता-पुत्र की हत्या का चित्रण पुलिस के सामने रखा। दोनों को पुलिस इंगोरिया लेकर पहुंची थी। अब दोनों को हरिनगर ले जाया जाएगा।
11 अप्रैल को इंगोरिया के ग्राम बुरावद के जंगल में राजेश नागर उसके पुत्र पार्थ का गला रेता शव मिला था, उसके बाद हरिनगर के बंद मकान से राजेश की मां सरोज नागर की लाश पलंग पेटी से बरामद हुई थी। तिहरे हत्याकांड से जुड़े 2 आरोपियों दिनेश जैन और जयराम कुशवाह को पुलिस ने गिरफ्तार कर सात दिनों के रिमांड पर लिया है। शनिवार को पुलिस दोनों के साथ इंगोरिया पहुंची और पिता-पुत्र की हत्या कैसे की इसका चित्रण कराया। दोनों ने बताया कि गांव के बाहर आटो रोका था। उसके बाद पिता-पुत्र की आंखों में मिर्ची झोंकी, पिता का गला धारदार चाकू से काट दिया। पुत्र ने भागने का प्रयास किया तो दिनेश ने सिर पर लोहे का सरिया मारा और आटो में धक्का देने के बाद उसका गला भी रेंत दिया। क्षेत्र सुनसान था। उसके बाद दोनों के शव गांव में कच्चे रास्ते पर आटो से लेकर पहुंचे और नदी किनारे सूखे नाले में फेंक दिये। दिनेश गांव-गांव चावल बेचने का काम करता था, उसे क्षेत्र की जानकारी थी। जीवाजीगंज टीआई गगन बादल ने बताया कि पिता-पुत्र की हत्या का पता लगाने के बाद अब दोनों को हरिनगर ले जाया जाएगा। जहां वृद्धा को मारने की घटना का चित्रण कराया जाएगा।
चाकू और चाबियां नदी में फेंकी
टीआई बादल ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि पिता-पुत्र की हत्या और वृद्धा को घर में घुसकर मारने के बाद ताला लगा दिया था। उसके बाद चाकू और घर की चाबियां मंगलनाथ क्षिप्रा नदी में फेंक दी थी। घर जाकर कपड़े बदलने के बाद आटो में लगा खून साफ किया। उसके बाद जयराम रात में मकान खाली कर इंदौर भाई के घर चला गया था। जहां से वह सागर पैतृक गांव पहुंचा था। टीआई के अनुसार चाकू और चाबियोंं की तलाश नदी में गोताखोरों से कराई जाएगी।