उज्जैन, अग्निपथ। राजस्व विभाग की सबसे अहम कड़ी कोटवारों ने काम बंद हड़ताल कर दी है। बुधवार से आरंभ हुई कोटवारों की यह हड़ताल 31 मई तक चलेगी। इस दौरान उज्जैन जिले के 1300 से ज्यादा कोटवार किसी तरह का काम नहीं करेंगे।
बुधवार को जिलेभर से आए कोटवार कोठी पेलेस के पास इकठ्ठा हुए और यहां नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। कोटवारों की काम बंद हड़ताल 31 मई तक चलेगी। उज्जैन जिले में लगभग 1300 कोटवार है, सभी ने बुधवार से अपना काम बंद कर दिया।
कोटवारों की दो मुख्य मांगे है। पहली मांग यह कि कोटवारों को सरकारी कर्मचारी मानकर उन्हें कलेक्टर दर से वेतन दिया जाए। दूसरी मांग है कि कोटवारों को गांवो में दी गई सरकारी सेवाभूमि पर उन्हें मालिकाना हक दिया जाए। इन्हीं दो प्रमुख मांगो को लेकर मध्यप्रदेश के सभी कोटवार 2 जून को भोपाल में एकत्रित होंगे और नीलम पार्क से रेली निकालकर मुख्यमंत्री निवास तक जाएंगे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में भोपाल में कोटवार पंचायत बुलाई थी।
कोटवार पंचायत के दौरान मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के सभी कोटवारों से बहुत से वादे किए थे। कोटवारों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि मुख्यमंत्री ने जितने भी वादे किए थे, उनमें से कई वादे पूरे ही नहीं किए गए। कोटवार कर्मचारी संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरिओम बोढ़ाना ने बताया कि 2 जून को प्रदेश के सभी कोटवार मुख्यमंत्री को उनके वादे याद दिलाएंगे।