बुधवार को मंदिर प्रशासन ने जारी किए आदेश
उज्जैन, अग्निपथ। पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के मद्देनजर चुनाव आचार संंंहिता लागू हो चुकी है। महाकालेश्वर मंदिर में अब नेताओं की भस्मारती और प्रोटोकाल व्यवस्था पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। बुधवार को इस संबंध में मंदिर कर्मचारियों को आदेश भी जारी हो गए थे।
महाकालेश्वर मंदिर में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की भस्मारती और प्रोटोकाल व्यवस्था के लिए कोटा तय किया गया है। जिसका फायदा प्रतिदिन नेतानगरी लेती रहती है। उच्च पदों पर बैठे नेता तो नहीं लेकिन उनके मुंहलगे कार्यकर्ता इसका फायदा उठाते रहते हैं। प्रतिदिन इनका कोटा फुल रहता है। लेकिन अब चुनाव आचार संहिता के चलते इन नेतानगरी की भस्मारती और प्रोटोकाल व्यवस्था बंद कर दी गई है। बुधवार को मंदिर प्रबंध समिति की ओर से इन व्यवस्थाओं को बंद करने को लेकर लैटर भी जारी हो गया है।
50-20 भस्मारती का प्रतिदिन कोटा
प्रतिदिन 1500 से अधिक श्रद्धालुओं को भस्मारती दर्शन के लिए अनुमति जारी की जाती है। इसमें आनलाइन और आफलाइन दोनों ही अनुमतियां शामिल हैं। जानकारी में आया है कि सत्तापक्ष के वरिष्ठ नेताओं के लिए 50-50 भस्मारती का कोटा तय किया गया है। पहले यह 20 भस्मारती का हुआ करता था। वहीं विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं के लिए 20 भस्मारती अनुमति का कोटा तय किया हुआ है।