पहली सवारी 18 जुलाई से पूर्व निर्माण एजेंसी को चढ़ाव सहित रैंप बनाकर देना है
उज्जैन, अग्निपथ। श्रावण मास की शुरुआत 14 जुलाई से होगी। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर से भगवान महाकाल की 18 जुलाई को पहली सवारी निकलेगी। लिहाजा एक माह के दौरान महाकाल मंदिर का मुख्य द्वार जहां से सवारी रवाना होगी, उसे तेजी से पूरा करने के प्रयास शुरू हो गए हैं। शनिवार को हुई मानसून की बारिश में वहां खोदे गए गड्ढों में पानी जमा हो गया है। लिहाजा आगे भी बारिश के कारण परेशानी खड़ी हो सकती है। हालांकि अधिकारी काम पूरा होने का भरोसा दिला रहे हैं।
श्रावण मास में श्री महाकालेश्वर मंदिर में इस वर्ष भीड़ अधिक रहने की संभावना है। कारण है कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण देशभर के लोग मंदिर में दर्शन करने को नहीं पहुंच सके थे। इस बार महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था पूरी तरह खुली हुई है। ऐसे में अधिकारी भी मान रहे हैं कि श्रावण मास में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। वहीं श्रावण मास की पहली सवारी 18 जुलाई सोमवार को भगवान महाकाल के आंगन से प्रारंभ होगी। जबकि मंदिर में विस्तारीकरण कार्य के चलते मुख्य द्वार जहां से पालकी भ्रमण के लिए बाहर निकलती है, वहां अभी निर्माण कार्य जारी है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने भी मंदिर प्रबंध समिति की बैठक के दौरान मंदिर प्रशासन के अधिकारियों और विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों को पहले सवारी के पूर्व की मुख्य प्रवेश द्वार जहां से सवारी बाहर आती है, उसे तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंदिर प्रशासन ने पूरा जोर अब सवारी द्वार का निर्माण पूर्ण करने की ओर लगा दिया है।
गड्ढों में पानी हुआ जमा
श्री महाकालेश्वर मंदिर में चल रहे कार्य के दौरान ही शनिवार और रविवार की शाम को हुई प्री मानसून की बारिश के कारण मुख्य द्वार पर रैंप निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढों में पानी जमा हो गया है। महाकाल मंदिर के निर्माण कार्य देख रहे अधिकारियों की मानें तो जून के अंतिम सप्ताह तक बारिश का दौर शुरू हो जाता है। इस बार शुरू से ही तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अभी जो कार्य चल रहे हैं। वह कार्य तेजी से पूरा कराने की आवश्यकता है।
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार जहां से पालकी निकलती है, वहां रैंप के साथ ही चढ़ाव का निर्माण भी होना है। ऐसे में यदि बारिश शुरू होती है तो गड्ढों में बारिश का पानी जमा होने की समस्या आगे भी खड़ी हो सकती है। हालांकि निर्माण कार्य में जुटे अधिकारी का कहना है कि पहले सवारी के पूर्व चढ़ाव और रैंप का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
सावन व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ का कहना है कि मंदिर में निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं मंदिर की सावन मास की व्यवस्थाओं की तैयारी भी शुरू हो गई है। भगवान महाकाल की पहली सवारी 18 जुलाई को निकालना है। इसके पहले ही सवारी निकलने वाले मार्ग पर पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पालकी द्वार भी तैयार हो जाएगा। सवारी के पहले सभी व्यवस्थाएं पूर्ण हो जाएंगी।