प्रात: 4 बजे से 5.15 तक कर पाएंगे भस्मारती दर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार प्रात: से ट्रायल रूप में बिना अनुमति प्राप्त श्रद्धालुओं को भस्म आरती के प्रतीक दर्शन की व्यवस्था के संबंध में पूर्व में जो प्रवेश मार्ग बताया गया था। उसमें आंशिक संशोधन किया गया है। अब श्रद्धालुओं को 4 नंबर गेट की जगह प्रशासनिक कार्यालय के सामने के फेसिलिटी सेंटर से मिलेगा।
अब श्रद्धालु प्रशासनिक कार्यालय के सामने से फैसिलिटी भवन में प्रवेश कर चेंजिंग रूम के पास से सीधे कार्तिकेय मंडप में प्रवेश कर अंतिम पंक्ति से भगवान के दर्शन करते हुए सीधे निर्गम की ओर प्रस्थान करेगा। समय प्रात: 4 बजे से 5.15 तक होकर कंही भी रुकने की पात्रता नहीं होगी। मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि पंजीकृत व अपंजीकृत दर्शन श्रृंखला न केवल पूर्ण स्वतंत्र व पृथक होंगी बल्कि गैर पंजीयन वाले श्रद्धालु छोटे से मार्ग से तुरंत दर्शन कर बाहर की ओर जा सकेंगे।
11 लाख रुपए का सोना दान
रविवार को वड़ोदार निवासी गौरव ठक्कर ने पुजारी यश प्रदीप गुरु की प्रेरणा से भगवान महाकाल को सोने का त्रिपुंड, नाक, आंख और मुंह समर्पित किया। इसकी अनुमानित कीमत 11 लाख रुपए बताई जा रही है।