गणपति मंडपम में लाइन चलाने में कोताही बरतने पर लाइन चालक निलंबित
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में भीड़ होने के बावजूद गणपति मंडपम की बेरिकेड्स में लाइन चलाने वाले चालक अपना काम नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते भीड़ आगे नहीं बढ़ती है और हादसा होने की संभावना रहती है। इसी व्यवस्था को लेकर दैनिक अग्निपथ ने 14 जून को समाचार प्रकाशित किया था। मंदिर प्रशासन ने इस पर संज्ञान लेकर लाइन चालक को निलंबित कर दिया।
कई दिनों से मंदिर प्रशासक को इस बात की सूचना मिल रही थी कि गणपति मंडपम के बेरिकेड्स में भीड़ होने के बावजूद लाइन चलाने वाले कोताही बरतते हुए लाइन चलाने में लापरवाही कर रहे हैं। सोमवार 13 जून को तो हद हो गई जब दो महिला श्रद्धालु गणपति मंडपम का बेरिकेड कूदकर नंदीहाल में आ गईं और यहां से उन्होंने गर्भगृह की ओर दौड़ लगा दी थी। गनीमत रही कि मंदिर के दो कर्मचारियों ने समय रहते दोनों को पकडक़र बाहर कर दिया। दैनिक अग्निपथ ने इस खबर को 14 जून को प्रकाशित कर लाइन चालकों की लापरवाही का पर्दाफाश किया था। लिहाजा प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने कार्य में लापरवाही बरतने पर लाइन चालक कुसुम राठौर को निलंबित कर दिया।
हादसा हो जाए तो कौन रहेगा जवाबदार
महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास से पूर्व ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रतिदिन उमड़ रही है। इसमें वीआईपी और सामान्य श्रद्धालु भी हैं। हालात यह है कि गणपति मंडपम की 4-5 बेरिकेड्स श्रद्धालुओं से खचाखच भरे रहते हैं। लेकिन उनको आगे बढ़ाने वाले लाइन चालक यहां से नदारद रहते हैं। ऐसे में यदि भीड़ का दबाव बढऩे पर हादसा हो जाए तो इसका जवाबदार कौन रहेगा। वैसे भी गर्मी और उमस का वातावरण चल रहा है।
बदसलूकी करने वाला सुरक्षाकर्मी बर्खास्त
पुजारी दिलीप गुरु से बदसलूकी करने वाले सुरक्षाकर्मी आनंद बंबोरिया को सुरक्षा कंपनी ने प्रशासक के आदेश के बाद बर्खास्त कर दिया है। ज्ञातव्य रहे कि 9 जून को सुरक्षाकर्मी ने प्रशासक को एक आवेदन दिया था। जिसमें कहा गया था कि पुजारी द्वारा उससे अभद्रता की गई। बाद में एक आवेदन और दिया। इसमें कहा गया कि ऐसा कोई वाकया नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर सोमवार की रात 10 बजे के लगभग मंदिर परिसर के बाहर मंदिर की दो सफाईकर्मी दंपत्ति रोशन मरमट और पूजा का आपस में विवाद हो गया था। कंपनी ने दोनों को नोटिस दिया है और उनको बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है।