चलायमान भस्मारती दर्शन व्यवस्था सेे गर्भगृह विशेष दर्शन टिकट पर पड़ा असर

सुबह 6 से 10 में 1500 रु. विशेष दर्शन टिकटधारियों की भीड़ हुई कम

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में चलायमान भस्मारती दर्शन व्यवस्था हाल ही में शुरू की गई है। लेकिन इसका असर विशेष दर्शन टिकट पर पडऩे लगा है। गर्भगृह अवकाश के दिनों में खाली दिखाई दे रहा है। जबकि इसके पूर्व गर्भगृह में पैर रखने की जगह नहीं मिलती थी। अवकाश के दिन शनिवार और रविवार को यही नजारा देखने में सामने आया।

रविवार को भी श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़ी थी। यही हाल शनिवार को भी रहा। लेकिन 1500 रुपए विशेष दर्शन टिकटधारियों की भीड़ इस दौरान काफी कम रही। चांदी गेट से लेकर सभामंडप रैंप तक जहां चलायमान भस्माती दर्शन व्यवस्था शुरू करने से पूर्व विशेष दर्शन टिकटधारियों की लंबी लाइन लगी हुई दिखाई देती थी। अब वह नदारद है। सभामंडप में भी भीड़ एक तरह से कम ही दिखाई दे रही है। हालांकि सुबह 6 बजे के बाद चलायमान भस्मारती दर्शन करने वाले और भस्मारर्ती बैठक से छूटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से सभामंडप और मंदिर परिसर खचाखच भरा रहता है। वहीं इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ एकदम से ही गायब हो जाती है।

सुबह 6 से 10 बजे तक यही हाल

पहले जहां अवकाश के दिन शनिवार, रविवार को सुबह 6 से लेकर 10 बजे तक श्रद्धालु महिला पुरुषों और बच्चों की भारी भीड़ सभामंडप में लाइन में लगी हुई दर्शन को आतुर नजर आती थी। वही शनिवार और रविवार को यह भीड़ पूरी तरह से नदारद थी। चांदी गेट पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारी भी खाली हाथ बैठे हुए थे। पहले जहां इनको भीड़ नियंत्रित करने और विशेष दर्शन रसीद काटने से फुर्सत नहीं मिलती थी। वहीं अब इस तरह की स्थिति देखने में आ रही है।

चलायमान भस्मारती में दर्शन कर प्रस्थान

चलायमान भस्मारती दर्शन व्यवस्था का बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी फायदा पहुंचा है। ऐसे श्रद्धालु जिनको सुबह जल्दी अपनी ट्रेन या बस पकडऩा पड़ती है। वे चलायमान भस्मारती दर्शन कर वापस अपने घर की ओर निकल रहे हैं। ऐसे में सुबह 6 से 10 बजे जो भीड़ चलायमान भस्मारती दर्शन व्यवस्था शुरू करने से पहले उमड़ती थी। वह पूरी तरह से गायब हो गई है।

2500 की जगह 2250 रुपए में तीन को प्रवेश

भगवान महाकाल के गर्भगृह से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को जहां 1500 रुपए की विशेष दर्शन टिकट से दो लोगों को प्रवेश करने की पात्रता थी। यदि एक ही परिवार के तीन लोगों को गर्भगृह से दर्शन करना हों तो उनको 1000 रुपए अतिरिक्त देना पड़ते थे। इस तरह से 2500 रुपए में तीन लोगों को गर्भगृह में प्रवेश दिया जा रहा था। लेकिन रविवार को मंदिर प्रशासन की ओर से इसमें छूट प्रदान करते हुए हजार रुपए की जगह 750 रुपए लेने के आदेश प्रदान किए गए। इस तरह से 2500 की जगह अब तीन श्रद्धालुओं को 2250 रुपए में गर्भगृह में प्रवेश मिल रहा है।

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