महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक ने कहा- तबादले का अनुपालन नहीं किए जाने पर कार्रवाई
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले प्रोटोकॉल प्राप्त दर्शनार्थियों को दर्शन कराने के लिए अब दो तरह की व्यवस्थाएं संचालित होंगी। एक व्यवस्था सीधी जिला प्रोटोकॉल कार्यालय से होगी तो वहीं दूसरी व्यवस्था मंदिर प्रशासक के नियंत्रण में होगी। मंदिर प्रशासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इधर प्रशासक ने कहा है कि आदेश का पालन नहीं किए जाने पर संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्थापना शाखा से नए पद पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए लिखित आदेश नहीं पहुंचा है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकॉल से आने वाले दर्शनार्थियों को दर्शन व्यवस्था दी जाती है। अभी तक प्रोटोकॉल के लिए जिला प्रोटोकॉल के माध्यम से ही आने वाले पॉइंट पर दर्शन कराए जाते थे। अब दूसरी व्यवस्था के तहत मंदिर समिति के प्रशासक के नियंत्रण में भी संचालित होगी। इस संबंध में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आदेश जारी किए गए हैं।
जिसके तहत कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी के आदेश पर पूर्व से कार्य कर रहे हैं मंदिर समिति के अभिषेक भार्गव, रजनी खेर, अखिल खंडेलवाल, मुकेश मोरे, मुकेश पिटोरिया, शेखर विनेखा, रितेश परमार केएसएस कर्मचारी के अतिरिक्त जिला सत्कार अधिकारी के प्रत्यक्ष नियंत्रण में घनश्याम हाड़ा और रवि शर्मा को भी सहायक सत्कार अधिकारी के निर्देशन में कार्य करने के लिए लगाया है। इनके साथ अनिता शर्मा और मनीषा झावरे रसीद काटने का कार्य करेंगे।
कार्य का समय सुबह 6 से दोपहर 2.30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.30 बजे से रात्रि कालीन मंदिर के बंद होने तक रहेगी।
प्रोटोकॉल की दूसरी व्यवस्था मंदिर प्रशासक के अधीन
प्रोटोकॉल की दूसरी व्यवस्था शासकीय विभाग के प्रोटोकॉल से आने वाले दर्शनार्थियों को छोडक़र मंदिर समिति के प्रशासक के नियंत्रण में रहेगी। इस व्यवस्था के अंतर्गत राजेंद्र सिसौदिया सहायक सत्कार अधिकारी के साथ संजय श्रीवास्तव, वासुदेव शर्मा, संजय सिंह परिहार सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 2.30 बजे तक रहेंगे। इसके साथ लोकेश कुहीकर, विपिन सोनी, चेतन पगारे, सौरभ ओझा सत्कार शाखा में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में वह रसीद काटने का कार्य करेंगे।
दूसरी शिफ्ट में भीमराव खांडेकर सहायक सत्कार अधिकारी के साथ पवन शर्मा, मोहनीश गरुण श्रद्धालुओं के प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था देखेंगे। मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के समीप स्थित प्रोटोकॉल शाखा में विनीत चुलानी, रोहित यादव केएसएस कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्य करेंगे। इधर मंदिर कर्मचारी हरीश धकिते सत्कार शाखा में रसीद काटने का कार्य करेंगे। आदेश में कहा गया है कि सहायक सत्कार अधिकारी राजेंद्र सिसौदिया और भीमराज खांडेगर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक सत्कार लोकेश चौहान एवं सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के मार्गदर्शन में कार्य करेंगे।
ज्वाइन नहीं किया तो कार्रवाई
इधर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ का कहना है कि आदेश जारी कर दिए गए हैं। नई व्यवस्था में जिन मंदिर कर्मचारियों को जवाबदारी सौंपी गई है। उनको वही कार्य करना है। यदि ऐसा नहीं किया जाता और नए पद और तबादला के अनुरूप कर्मचारी इसका पालन नहीं करते हैं तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्वाइन करने का समय 15 दिन का होता है। वहीं जानकारी में आया है कि बुधवार को नई व्यवस्था का आदेश जारी होने के बाद स्थापना शाखा से कर्मचारियों को नए पद पर कार्य करने संबंधी लिखित आदेश नहीं पहुंचा है।