20 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी स्पीड, 5 घंटे में धूप से चार्ज होगी बेटरी
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के विद्यार्थियों ने सौर ऊर्जा से चलने वाली एक साइकिल का मॉडल तैयार किया है। 5 घंटे में सूरज की धूप से इसकी बैटरी फुल चार्ज हो जाएगी। एक बार की चार्जिंग में इस साइकिल को कम से कम 25 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।
विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालॉजी डिपार्टमेंट में पिछले कुछ दिनों से विद्यार्थियों के बीच नया कुछ करने की प्रतिस्पर्धा का माहौल बना हुआ है। यहां के विद्यार्थी शिक्षकों के मार्गदर्शन में लगातार कुछ नया करने के प्रयास में जुटे है। सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों ने कुछ दिन पहले मकान निर्माण की लागत में कमी और भूकंप रोधी मकान बनाने की नई तकनीक का पेटेंट कराया था। अब इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने सौर उर्जा से चलने वाली साइकिल बनाई है।
फाइनल ईयर के छात्रों के ग्रुप ने इस अविष्कार पर लगभग 16 हजार रूपए खर्च किए है। सौर उर्जा चलित सायकिल की बैटरी में इलेक्ट्रिक चार्जिंग का विकल्प भी दिया गया है। पीएमडीसी मोटर, लिथियम आयन की 24 वॉल्ट की बैटरी, कंट्रोलर हॉर्न, हैडलाइट तथा 110 वॉल्ट की सोलार पैनल लगाई गई है।
आज के दौर में जब पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है और बाजार में इलेक्ट्रिक चार्जिंग वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में विद्यार्थियों का सौर उर्जा चलित साइकिल का अविष्कार समय की मांग के अनुरूप तैयार हुआ है। इलेक्ट्रिक चार्जिंग गाड़ियां चलाने की लागत तो बेहद कम है लेकिन इन्हें खरीदना बहुत महंगा साबित हो रहा है। ऐसे में कम लागत पर तैयार होने वाली सौर उर्जा चलित साइकिल का व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन इस क्षेत्र को नई दिशा दे सकता है।
इन छात्रों ने किया इनोवेशन
नई सौर ऊर्जा चलित साइकिल के निर्माण करने वाले ग्रुप में छात्र दीपकांत, भूपेंद्र कुमार, अभिषेक सिंह, ऋषभ पटेल, खनिज पांचाल, संयलिका श्वेता, भारती गुंजन, गगन, अनुज, विजय, मनीष, रूपेश, विवेक आदी शामिल है।