14-15 जुलाई को होगी चुनाव परिणामों की घोषणा, रूझान के आधार पर अध्यक्ष बनाने की तैयारी में जुटे दोनों दल
धार, अग्निपथ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद अब अधिकृत रूप से विजेता प्रत्याशियों की घोषणा 14-15 जुलाई को की जाएगी। सरपंच-पंच और जनपद पंचायतों में विजय की तुलनात्मक जिला पंचायत को लेकर राजनैतिक दलों का विशेष ध्यान है। मतदान केन्द्रों से मिले गणना पत्रक के आंकड़ों से रूझान जुटाकर विजेता उम्मीदवारों के समर्थकों ने बधाई संदेशों से सोशल मीडिया को पाट दिया है। दोनों दल जिला पंचायत में अपने समर्थित प्रत्याशियों की अधिक संख्या में जीत के दावे कर रहे हैं।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम ने कहा कि हम 15 जिपं सदस्यों के बहुमत के साथ कांग्रेस का जिपं अध्यक्ष और कांग्रेस की परिषद् बनाएंगे। इधर भाजपा ने भी जिला पंचायत पर अपना अध्यक्ष बनाने का दावा किया है। तीसरे व अंतिम चरण के चुनाव में 10 जिपं सीटों पर शुक्रवार को हुए मतदान के बाद कांग्रेस की और से वार्ड 14 में कांग्रेस समर्थित मनोजसिंह गौतम, वार्ड 12 से कांग्रेस समर्थिक केकड़ी बाई शैतानसिंह भाभर, वार्ड 11 से अजीतपालसिंह चौहान, वार्ड 9 से शंकरसिंह चौहान, वार्ड 6 से गायत्री राजेन्द्र पुरोहित, वार्ड 13 से सीमा करण भूरिया की जीत का दावा किया है। 6 सीट पर जीतने के दावे को भाजपा झुठला रही है। भाजपा 10 में से 6 प्रत्याशी अपने जीतने की बात कह रही है। कांग्रेस को आखरी चरण में मिली 6 सीटों के दावे के साथ कांग्रेस के पास अब 13 सदस्य सीधे तौर पर जीते हुए बताए जा रहे हैं। भाजपा के पास भी कमोबेश सदस्यों का आंकड़ा यही आ रहा है। इस बीच 2 निर्दलीय उम्मीदवार वार्ड 28 से राजूबेन चौहान और वार्ड 23 से कपिल सोलंकी सिंघाना पर दोनों दलों की नजरें टिक गई हैं। राजूबेन चौहान मूलत: कांग्रेसी है। जिन्हें अधिकृत प्रत्याशी के समक्ष चुनाव लडऩे पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निष्कासित कर दिया था। सूत्रों की माने तो राजू बेन का निष्कासन रद्द कर दिया गया है।
9 के परिणाम से मंत्री की साख जुड़ी
जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 9 को लेकर दोनों दलों में जीत के दावे किए जा रहे है। शुक्रवार रात को मतदान के बाद से कांग्रेस प्रत्याशी शंकरसिंह चौहान की जीत को लेकर सोशल मीडिया पर बधाई संदेश तेजी से भेजे गए सुबह भाजपा समर्थिक प्रत्याशी राकेश चौहान ने अपनी जीत का दावा किया। दोपहर बाद कांग्रेस के शंकरसिंह चौहान के समर्थकों ने कुल 68 केन्द्रों पर गिरे वोटों का आंकड़ा डालकर चौहान की जीत को सुनिश्चित बताया है। यह वार्ड कांग्रेस और भाजपा समर्थिक उम्मीदवारों की जीत से ज्यादा मंत्री राजवर्द्धनसिंह दत्तीगांव की साख का प्रश्न बन गया है। दरअसल बदनावर मंत्री के विधानसभा क्षेत्र बदनावर के ब्लॉक में 4 जिपं सीटों में भाजपा को 2 पर हार का सामना करना पड़ा है। वार्ड क्रमांक 9 धार जनपद का जिपं क्षेत्र होने के बावजूद इस क्षेत्र की बड़ी आबादी मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के गांव है। कांग्रेस उम्मीदवार के जीतने से मंत्री के विधानसभा क्षेत्र की 5 सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस की जीत की स्थिति बन जाएगी। इससे उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन कमजोर आंका जाएगा।
समन्वय होता तो भाजपा जीतती
केन्द्रों से मिले वोट आंकड़ों के रूझान के अनुसार तिरला ब्लॉक के दोनों सीटें भाजपा ने खो दी है। इसमें जिपं सीट क्रमांक 12 पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मालती मोहन पटेल चुनाव लड़ रही थी। यहां पर भाजपा के कद्दावर नेता रमेश जूनापानी की बहु निर्दलीय मैदान में थी। इस सीट को लेकर भी भाजपा जीत का दावा कर रही है। वहीं पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के समर्थकों ने केन्द्रों से मिले रूझान का आंकड़ा सामने रख दिया है। इसमें कांग्रेस उम्मीदवार को 8 हजार 352 वोट मिलना बताया जा रहा है। वहीं भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार मालती पटेल 6 हजार 275 वोट के साथ तीसरे नंबर पर है। दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी सुनीता राकेश जूनापानी 7 हजार 883 वोट के साथ है। इस क्षेत्र में भाजपा यदि दोनों में समन्वय बनाती तो यह सीट आसानी से जीती जा सकती थी। उल्लेखनीय है कि रमेश जूनापानी क्षेत्र के प्रभावी नेता है। गंधवानी विधानसभा के पिछले 10 साल से दावेदार है। भाजपा ने यहां से उन्हें टिकिट नहीं दिया। दूसरी मर्तबा हारे हुए व्यक्ति को टिकिट दिया। जिपं चुनाव में विधानसभा हारे नेता सरदारसिंह मेड़ा को फिर मौका दिया। लगातार पार्टी द्वारा अवहेलना को देखते हुए उनकी बहू ने निर्दलीय मैदान संभाला था।
अध्यक्ष चेहरे पर बहुत कुछ निर्भर
दोनों दलों के जिपं सीट जीतने के दावों की सरकारी पुष्टि 15 जुलाई को होगी। इधर जिपं अध्यक्ष बनाने के लिए भी दोनों दलों को बेहतर चेहरा उम्मीदवार के तौर पर देना होगा। भाजपा यदि महिला चेहरे को अवसर देती है तो बदनावर क्षेत्र से पिपलीपाड़ा और धार क्षेत्र से पटेल को मौका मिलने की संभावना है। ओबीसी कार्ड पर बात होती है तो मंत्री के खास समर्थक विक्रम पटेल का नाम भी आगे बढ़ाया जा सकता है। इधर भाजपा युवा चेहरे को अवसर देने और उसके माध्यम से कुक्षी, मनावर, धरमपुरी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करने की दृष्टि से भाजपा नेता स्वर्गीय गोपाल कन्नौज के बेटे शिवराम पर भी दाव खेल सकती है। सबकुछ कुल सीटों के आंकड़े और निर्दलीयों के झुकाव पर निर्भर है। कांग्रेस में अब मामला समन्वय समिति के ऊपर चला गया है। प्रत्याशी भी समिति ने तय किए थे। संभावना है कि जिपं अध्यक्ष का चेहरा भी समन्वय समिति तय करेगी।