फर्जी नामों की सिम उपयोग करने पर धोखाधड़ी का भी केस
उज्जैन,अग्निपथ। पुलिस ने बड़े पैमाने पर किक्रेट का सट्टा करने वाले शातिरों को रविवार सुबह उन्हेंल बायपास से दबोचा है। वह कार में सट्टा करते हुए पकड़ाए है। आरोपियों द्वारा नकली नाम की सीम पयोग करने पर खाराकुआं थाने में धोखाधड़ी का भी केस दर्ज किया गया है।
शास्त्रीनगर निवासी जयेश आहूजा इंदौर निवासी गोपाल उर्फ इमली के साथ बड़े पैमाने पर किक्रेट का सट्टा करता है। दोनों रविवार सुबह करीब 8.30 बजे क्रेटा और आई-20 कार में इंदौर के नविन गेहलोद,लक्ष्मी मुखिया,अमित राठौर,योगेश खंडेलवाल व दीपेश कुकरेजा के साथ सट्टा कर लौट रहे थे। सूचना पर क्राइम ब्रांच प्रभारी विनोद कुमार मीणा ने टीम के साथ उन्हें उन्हेल रोड़ पर दबोच लिया।
तलाशी में 21 हजार रुपए, आधूनिक मशीन,48 मोबाईल,चार लेपटॉप व सट्टे का हिसाब मिलने पर सभी को खाराकुआं थाने के हवाले कर दिया। जांच में बरामद मोबाईलों में नकली नामों की सीम मिलने पर सभी पर पुलिस ने धारा 420 में भी कार्रवाई कर दी। आरोपियों को पुलिस सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी।
करोड़ों का हिसाब मिला
टीआई रविंद्र कटारे ने बताया कि मुख्य आरोपियों के पूर्व में भी पकड़ाने का पता चला है। सभी का रिकार्ड तलाश रहे है। आरोपियों से बरामद बही खाते व डायरी, रजिस्टर चेक करने पर उसमें सट्टे का करीब दो करोड़ रुपए का हिसाब मिला है।
पकड़ाने का सच क्या
पुलिस रिकार्डनुसार जांसापुरा का कादरखान किक्रेट का सट्टा करते हुए देर रात पकड़ाया था। उसने जयेश का नाम कबूला तो पुलिस ने खोजबीन की और सुबह उसे लौटने के दौरान क्राईम ब्रांच ने पूरे गिरोह के साथ दबोच लिया। वहीं सूत्रों का कहना है कि जयेश सुबह बिल्डर महेश परियानी का जन्मदिन मनाने गया था। पता चलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।
करोड़पति सटोरिया गिरफ्त से दूर
सर्वविदित है गीता कॉलोनी में रवि पमनानी के घर 2 जुलाई को मुंबई,कल्याण मिलन का बड़ा सट्टा होने पर पुलिस ने दबिश दी थी। मौके से छह लोग पकड़ाए थे। 21.25 लाख रुपए व करोड़ों के हिसाब के साथ करीब 2 करोड़ के जेवरात भी बरामद हुए थे,लेकिन रवि फरार हो गया था। उसका पता लगाने के लिए एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने 10 हजार रुपए ईनाम घोषित किया,बावजूद अब तक उसका सुराग नहीं मिला है।