श्रावण मास के पहले दिन प्रवेश, दर्शन, लड्डू प्रसाद आदि विभिन्न काउंटरों की नहीं मिल पाई जानकारी
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण का उल्लास गुरुवार से छाने लगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को तो पहुंचे लेकिन वे इधर उधर भटकते रहे। क्योंकि यहां पर कोई भी ऐसे फ्लेक्स या होर्डिंग आदि नहीं लगाए गए थे। जिसको देखकर श्रद्धालु अपने गंतव्य तक पहुंचते।
मंदिर प्रशासन द्वारा श्रावण मास आने से पूर्व ही फ्लेक्टस हार्डिंग आदि बनवा कर अन्न क्षेत्र में रखवा दिए गए थे। जानकारी में आया है कि इनको लगवाने का कार्य वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के निदेशक के जिम्मे किया गया था। ये फ्लेक्स या होर्डिंग जहां एक दिन पूर्व ही लगा दिए जाने थे। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ऐसे में बड़ी संख्या में भगवान महाकाल के दर्शन, लड्डू प्रसाद काउंटर, टिकट काउंटर, को श्रद्धालु जानकारी के अभाव में ढूंढते नजर आए। यह व्यवस्था शुरू दिन से श्रद्धालुओं को नहीं मिल पाई।
दान देने को भटकते रहे श्रद्धालु
वीआईपी, टिकटधारी, प्रोटोकाल प्राप्त श्रद्धालुओं के प्रवेश और निर्गम व्यवस्था के बीच कहीं पर भी दान काउंटर या दानपेटी नहीं लगाई गई है। जबकि श्रावण मास के चलते बड़ी संख्या में दान देने को श्रद्धालु उतावले रहते हैं। केवल नंदीहाल के दान काउंटर को छोड़ दिया जाए तो शेष रास्तों पर कहीं पर भी यह सुविधा प्रदान नहीं की गई है। गुरुवार को भी कई दानदाता दान करने को उत्सुक नजर आए। लेकिन उनको रास्ते में दानपेटी नजर नहीं आई। दान देने को लेकर बनाया गया फ्लेक्स भी अन्न क्षेत्र में पड़ा हुआ था।
सुझाव: फेसलिटी सेंटर में लगा सकते दान काउंटर
श्रावण मास में बड़ी मात्रा में दान प्राप्त किया सकता है। लेकिन जिला प्रशासन यदि सही पहल करे तो…। फेसलिटी सेंटर से प्रोटोकाल प्राप्त और अतिविशिष्ट श्रद्धालुओं का प्रवेश रखा गया है। यहां पर चिकित्सालय के पास यदि दान काउंटर लगा दिया जाए तो श्रद्धालु अपनी मन की श्रद्धा पूरी कर सकता है। अन्यथा वह सीधे भगवान के दर्शन कर रवाना हो जाएगा।