उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास में भीड़ के मद्देनजर कलेक्टर ने 100 रु. की प्रोटोकाल टिकट बंद करवा दी थी। इसे मंगलवार से फिर शुरू करवा दिया गया है। वहीं अफवाह वाले मामले में प्रशासक ने प्रभारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
विगत शुक्रवार को कलेक्टर आशीषसिंह, एडीएम संतोष टैगोर ने 100 रु. प्रोटोकाल टिकट दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। लिहाजा शनिवार से प्रोटोकाल के निश्चित कोटे के बाद दी जाने वाली 100 रु. की टिकट को बंद कर दिया गया था। जिसको भीड़ नहीं होने के चलते मंगलवार से फिर शुरू कर दिया गया।
गणपति मंडपम के बेरिकेड नंबर-1 से प्रोटोकाल, 100 रु. टिकटधारी और 1500 रु. विशेष दर्शन टिकटधारी श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जा रहे हैं। ज्ञात रहे कि नेता, मीडिया, पंडे पुजारी सहित अन्य सभी वीआईपी के कोटे तय किए गए हैं। तय कोटे के बाद यदि कोई अतिथि दर्शन के लिए आता है तो 100 रु. प्रति व्यक्ति के हिसाब से उसे मंदिर प्रबंध समिति को अदा करना पड़ते हैं।
तीन दिन बंद रहेगी टिकट
भीड़ के कम होते ही 100 रु. की प्रोटोकाल दर्शन टिकटधारियों का प्रवेश मंगलवार से फिर शुरू करवा दिया गया था। जानकारी में आया है कि मंगलवार से शुक्रवार तक प्रोटोकाल दर्शन टिकट चलाया जाएगा। इसके पश्चात तीन दिन शनिवार, रविवार और सोमवार को फिर से इसे बंद कर दिया जाएगा। भीड़ के मद्देनजर इस तरह की दर्शन व्यवस्था तय की गई है।
नेताओं के कोटे फिर से शुरू
आचार संहिता के चलते प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था नेताओं के लिए बंद कर दी गई थी। जिसके चलते सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता और उनके अतिथियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। लेकिन नगरीय चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद सोमवार से फिर नेताओं को प्रोटोकाल व्यवस्था मिलना शुरू हो गई है। मंगलवार को महापौर की विजय रैली निकलने से पूर्व मंत्री मोहन यादव, नवनिर्वाचित महापौर मुकेश टटवाल, सांसद अनिल फिरोजिया ने भगवान महाकाल का अशीर्वाद प्राप्त किया।