तराना-खाचरौद में कांग्रेस, नागदा माकड़ौन में भाजपा को बहुमत
उज्जैन,अग्निपथ। उज्जैन जिले के 6 नगरीय निकायों में हुए चुनाव के परिणाम भी बुधवार को घोषित हो गए है। इन निकायों में दूसरे चरण में मतदान हुआ था। दूसरे दौर के मतगणना परिणाम में 6 निकायों के कुल 120 वार्डो में से भाजपा 63 वार्डो में कब्जा करने में सफल रही है। कांग्रेस को 48 वार्डो में जीत हांसिल हुई है जबकि 9 वार्ड निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीते है।
निकाय चुनाव के परिणामों से यह साफ हो गया है कि तराना में कांग्रेस के पास स्पष्ट बहुमत है। महिदपुर में पेंच फंस गया है, यहां दोनों ही दलों के पास पार्षदों की संख्या बराबर होने की स्थिति आ गई है। नागदा में भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है और उन्हेंल में भी भाजपा का ही पलड़ा भारी है, हालांकि यहां उन्हें निर्दलीय के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। खाचरौद में कांग्रेस के पास स्पष्ट बहुमत आ गया है जबकि माकड़ौन में भाजपा ने अपना वर्चस्व स्थापित किया है।
उन्हेंल में भाजपा की सीट ज्यादा, निर्दलीय से लेना पड़ेगा समर्थन
उन्हेल नगर परिषद में 15 वार्डो में हुए चुनाव के परिणाम में भाजपा का पलड़ा भारी रहा है। पार्षद पद के लिए कुल 63 प्रत्याशियों ने भाग लिया था। उन्हेल के 15 वार्ड में 7 वार्ड में भारतीय जनता पार्टी, 4 वार्ड में कांग्रेस व 4 वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार विजेता रहे है। किसी भी एक दल को यहां अपना अध्यक्ष बनाने के लिए कम से कम 8 पार्षद चाहिए।
भाजपा के पास 7 सीट मौजूद है, बोर्ड बनाने के लिए भाजपा को केवल एक ही पार्षद की आवश्यकता है। भाजपा के दो बागी प्रत्याशी चुनाव जीते हैं। कांग्रेस के खाते में चार पार्षद पूर्ण बहुमत के साथ आए हैं, कांग्रेस को यदि यहां अपना बोर्ड बनाना है तो चार निर्दलीय पार्षदों को भी अपने साथ जोडऩा होगा। कांग्रेस से दो लोग बागी होकर निर्दलीय चुनाव जीते हैं।
तराना में कांग्रेस रही भारी, 8 पार्षद जीते
तराना नगर पंचायत में 15 वार्ड है। यहां बहुमत के लिए किसी एक दल को 8 पार्षद चाहिए। कांग्रेस यहां बोर्ड बनाने की स्थिति में आ गई है। तराना नगर पंचायत के कुल 15 वार्डो में से 8 पर कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत हुई है। भाजपा यहां 6 ही सीट जीत सकी है। एक सीट पर निर्दलीय ने चुनाव जीता है।
महिदपुर में फंसा पेंच
महिदपुर नगर पालिका में कुल 18 वार्ड है। यहां कांग्रेस को 8 और भाजपा को 9 वार्डो में जीत हांसिल हुई है। एक निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव जीता है। महिदपुर में यदि निर्दलीय कांग्रेस के साथ चला जाता है तब भी कांग्रेस बोर्ड बनाने की स्थिति में नहीं होगी, क्योंकि दोनों दलों के पास बराबर-बराबर 9-9 पार्षद हो जाएंगे। निर्दलीय यदि भाजपा के साथ चला जाता है तो भाजपा के पास कुल सदस्य संख्या 10 हो जाएगी, ऐसे में भाजपा बोर्ड बनाने की स्थिति में होगी।
खाचरौद में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत
खाचरौद नगर पालिका में कुल 21 वार्ड है। यहां कांग्रेस न 11 वार्ड जीते है। भाजपा के 9 पार्षद जीते है जबकि एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी चुनाव जीता है। निर्दलीय चंदा बाबू नागर भी कांग्रेस विचारधारा से ही जुड़ी रही है। खाचरौद में कांग्रेस का बोर्ड बनना लगभग तय हो गया है।
नागदा में भाजपा की सरकार
नागदा नगर पालिका में कुल 36 वार्ड है। इनमें से 22 में भाजपा के पार्षदों ने जीत हांसिल की है। कांग्रेस उम्मीदवारों ने 13 वार्ड जीते है। एक निर्दलीय पार्षद ने भी जीत हांसिल की है। नागदा में भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है।
माकड़ौन में भाजपा सिरमौर
माकड़ौन नगर परिषद में कुल 15 वार्ड है, इनमें से 10 पर भाजपा ने जीत हांसिल की है। कांग्रेस को यहां महज 4 सीटों से संतोष करना पड़ा है। एक निर्दलीय पार्षद की भी जीत हुई है।
एक वोट से हुई हार-जीत
जिले के सभी 6 निकायों के 120 वार्डो में से सबसे रोचक परिणाम नागदा नगर पालिका के वार्ड नंबर 19 का रहा है। नागदा के वार्ड 19 में कांग्रेस के सुबोध स्वामी महज एक वोट के अंतर से चुनाव हार गए है। उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के उम्मीदवार महेंद्र चौहान उर्फ धोनी को 815 वोट हांसिल हुए जबकि सुबोध स्वामी को 814 वोट मिले है। परिणाम सामने आने के बाद सुबोध स्वामी ने एसडीएम आशुतोष गोस्वामी के सामने रि-काउंटिंग के लिए भी आवेदन दिया था लेकिन उनका यह आवेदन अस्वीकार कर दिया गया।