प्रशासक ने प्रोटोकॉल व्यवस्था के लिए नए सिरे से आदेश जारी किए
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल के तहत दर्शन करने आने वाले अतिथियों के लिए प्रोटोकॉल की नई व्यवस्था मंदिर में एक-दो दिन में ही शुरू हो जाएगी। कलेक्टर ने 13 अगस्त को पहले ही प्रोटोकॉल व्यवस्था को लेकर नए आदेश जारी किए हैं। जिसके आधार पर मंदिर समिति के प्रशासक ने दो आदेश जारी किये हैं। जिसमें दर्शन और भस्मारती की व्यवस्था नये सिरे से अधिकारियों को सौंपी हैं।
महाकाल मंदिर में वीवीआइपी अतिथियों का दर्शन के लिए आगमन होता रहता है। प्रोटोकाल प्राप्त अतिथियों को सुगमता से दर्शन कराने के लिए कलेक्टर ने पूर्व से ही प्रोटोकाल व्यवस्था तय की हुई है। उसी अनुसार प्रोटोकॉल प्राप्त अतिथियों को दर्शन की व्यवस्था की जाती है।
13 अगस्त को कलेक्टर आशीष सिंह ने नया आदेश जारी किया है। आदेश में कलेक्टर कार्यालय जिला सत्कार अधिकारी के पास स्टेट गेस्ट, शासकीय विभागों के अधिकारी, जिला कलेक्टर के आधिकारिक ईमेल पर प्राप्त होने वाले आवेदन के लिए दर्शन एवं भस्म आरती व्यवस्था करने के लिए जिला सत्कार अधिकारी तथा सहायक सत्कार अधिकारी को अधिकृत किया है।
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक को जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल, मंदिर के पंडे पुजारी, धार्मिक संस्थान, अखाड़ा, मीडिया, दानदाता, सामाजिक और सेवाभावी संगठन, मंदिर प्रबंध समिति से प्रोटोकाल के लिए प्राप्त होने वाले दर्शन और भस्मारती व्ययवस्था सौंपी है। इसी आदेश का पालन करते हुए प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने नायब तहसीलदार लोकेश चौहान को दर्शन व्यवस्था की जवाबदारी सौंपी है।
प्रभारी अधिकारी अभिषेक उपाध्याय को श्री चौहान के सहायतार्थ मंदिर समिति और जिला प्रोटोकाल कार्यालय नई व्यवस्था के अनुसार पॉइंट लेने के बाद पात्रता अनुसार नंदीहाल एवं गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे सकेंगे।
सहायक प्रशासक जूनवाल नोडल अधिकारी
भस्म आरती के पॉइंट्स के साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन भस्म आरती बुकिंग की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी है। मंदिर समिति ने इसका नोडल अधिकारी मूलचंद जूनवाल को बनाया है। उनकी सहायतार्थ आईटी सेल प्रभारी राजकुमारसिंह इस व्यवस्था को देखेंगे।