एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप, प्राचार्य बोली- मुझे किसी ने नहीं दी सूचना
उज्जैन, अग्निपथ। दौलतगंज स्कूल में क्लास रूम की छत गिरने के मामले में अब मिडिल और हायर सेकेंडरी स्कूल के टीचर्स के बीच ही ठन गई है। मीडिल स्कूल की एक शिक्षिका ने पिछले दिनों सार्वजनिक रूप से बयान दिया था कि स्कूल की छत जर्जर हालत में होने की जानकारी प्राचार्य को पहले ही दी जा चुकी थी। इसके ठीक उलट प्राचार्य ने ऐसी किसी लिखित सूचना से ही इंकार किया है। उन्होंने मिडिल स्कूल हेड मास्टर से जवाब तलब किया तो वे छुट्टी पर चली गई।
दौलतगंज हायर सेकेंडरी स्कूल में बने 10 कमरों में से ही तीन में मिडिल स्कूल की क्लास भी लगती है। सोमवार की दोपहर स्कूल की एक क्लास का छत का प्लास्टर भरभराकर नीचे आ गिरा था। गनीमत रही कि घटना के वक्त क्लास रूम में छात्र मौजूद नहीं थे।
स्कूल की एक शिक्षिका ने मीडिया में बयान दिया था कि क्लास रूम की हालत के बारे में पहले ही प्राचार्य को बता दिया गया था। दौलतगंज हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रभारी प्राचार्य नीलिमा दुबे ने कहा कि ऐसी कोई पूर्व लिखित सूचना मुझे मिली ही नहीं है।
कांग्रेस के दल ने किया स्कूल का दौरा
शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया की अगुवाई में नगरनिगम में नेता प्रतिपक्ष रवि राय सहित कांग्रेस पार्षद दल के कई सारे सदस्य बुधवार को दौलतगंज स्कूल पहुंचे। यहां क्लास रूम की हालत देखी और घटना के बारे में प्रभारी प्राचार्य से बात की।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कहा कि गुरूवार को कांग्रेस का दल कलेक्टर से भी मुलाकात करेगा। कलेक्टर से दौलतगंज स्कूल के भवनों का निर्माण करने वाले ठेकेदार और इन्हें मंजूरी देने वाले नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जाएगी।
दो इंजीनियरों ने भी की जांच
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश के बाद स्कूल शिक्षा विभाग की बिल्डिंग्स की देखरेख करने वाले दो इंजीनियर्स ने भी बुधवार को दौलतगंज स्कूल के 10 कक्षों के स्ट्रक्चर की जांच की। इंजीनियर्स ने प्रभारी प्राचार्य को बताया है कि स्कूल में लगे रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की लाईन चौक हो जाने की वजह से क्लास रूम की छतों पर पानी भर गया था।
स्कूल के आसपास बने कुछ निजी भवनों का बारिश का पानी भी स्कूल की छत पर आ रहा है। इससे छत कमजोर हो गई। स्कूल की छत गिरी, दोनों इंजीनियर्स ने क्लास रूम की मरम्मत का प्राक्लन भी तैयार किया है।