उज्जैन, अग्निपथ। प्रकाश एवं खुशियों का उत्सव दीपावली अब करीब आ चूका है।इस बार उज्जैन के बाजारों में खास रौनक देखने को मिल रही है। कोरोना के दो साल बीतने के बाद अब व्यापारियों को अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। उज्जैन में कटलरी एवं आभूषणों का सबसे पुराण बाजार गोपाल मंदिर के समीप स्थित लखेरवाड़ी में है, लगभग 300 से अधिक दुकाने जवाहरात व्यापारियों की हैं । उज्जैन के फ्रीगंज स्थित आभूषणों के प्रसिद्द दृश्यालयों में भी त्यौहार के मौसम को देखते हुए विशेष साज सज्जा की गई है । इस समय स्थानीय स्तर पर 24 कैरेट सोने का भाव 50,000 रुपये और प्रति किलोग्राम चांदी का भाव 56,400 रूपये है।
दीपावली के पहले आने वाले पुष्प नक्षत्र में बाजारों में खूब रौनक दिखी। डी. बी ज्वेलर्स के ब्रांच मैनेजर समीर नायडू ने बताया कि इस बार पुष्य नक्षत्र में काफी अच्छी ग्राहकी हुई है। ग्राहकों में खासा उत्साह के साथ समझदारी और जागरूकता भी देखने को मिल रही है। हम धातुओं कि शुद्धता और नियमों का ध्यान रखते हुए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बी आई इस ) से हॉलमार्क किये हुए आभूषण ही ग्राहक को बेचते है।
श्रीराम ज्वेलर्स के उज्जैन ब्रांच के प्रभारी सिद्धार्थ सोनी ने बताया कि ग्राहकों की मांग को देखते हुए इस बार प्राचीन कारीगरी वाले हल्के और सुन्दर गहनों को पेशकश में रखा गया हैं। इसके साथ ही यहाँ आ रहें लोगों के लिए रोज़ गोल्ड, लाइट डायमंड पेन्डेन्ट और हाथों से कारीगरी करे हुए आभूषण आकर्षण का केंद्र बन रहें हैं।
भोज मार्ग स्थित तनिष्क ज्वेलर्स के मैनेजर इमरान खान ने कहा कि नए दौर में अब कारोबार का सारा हिसाब इलेक्ट्रिक उपकरणों से होने लगा है। अब पुराने ज़माने की तरह बही खता रखना चलन में नहीं है। ग्राहकों के बजट को ध्यान में रखते हुए काम कीमत वाले आभूषणों को शामिल किया गया हैं। इस बार सोने के साथ बारीक हिरे जड़े हुए गहनों की भी मांग है। धनतेरस पर पिछले वर्ष से बेहतर व्यापर होने का अनुमान लगाया जा रहा है।