आखिरी दिन तक केवल 52 दुकानों के टेंडर डले, तारीख आगे बढ़ाई
उज्जैन, अग्निपथ। कार्तिक मेले में दुकान आवंटन की नई ऑनलाईन प्रक्रिया दुकानदारों को रास नहीं आई है। गुरूवार तक मेले की 634 दुकानों के आवंटन के लिए ऑनलाईन टेंडर बुलाए गए थे लेकिन महज 52 ही दुकानों के लिए टेंडर डल पाए। दुकान आवंटन में ऑनलाईन टेंडर की प्रक्रिया को अब 9 नवंबर तक के लिए आगे बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा ऑफ लाईन आवंटित होने वाली दुकानों के लिए भी 5 नवंबर तक तारीख बढ़ा दी गई है।
कार्तिक मेले का आयोजन 7 नवंबर से आरंभ होगा। नगर निगम बोर्ड ने दुकानों की कालाबाजारी रोकने के लिए इस बार 634 दुकानों के आवंटन को ऑनलाईन टेंडर प्रक्रिया से पूरा करने का प्रस्ताव परिषद में पास किया है। इस फैसले का कुछ लोग विरोध भी कर रहे है। नई ऑनलाईन प्रक्रिया में दुकानदारों को करीब 1800 रूपए अतिरिक्त चुकानें पड़ रहे है।
ऑनलाईन वाली दुकानों के आवंटन में ज्यादा व्यापारियों ने रूचि नहीं दिखाई है। 3 नवंबर तक दुकानों के ऑनलाईन आवंटन किए जाने थे, इस अवधि तक महज 52 ही टेंडर डल पाए। अब फिर से टेंडर लगाने की तैयारी है।
बजट ने बढ़ाई अधिकारियों की टेंशन
कार्तिक मेले के बजट पर प्रशासक कार्यकाल में चली कैंची ने वर्तमान अधिकारियों की टेंशन बढ़ा दी है। मेला आयोजन की उपसमितियों के सदस्य पार्षद आयोजनों के लिए पहले के सालों में जारी आवंटित राशि की मांग कर रहे है जबकि बजट इसकी इजाजत नहीं देता है। गुरूवार को महापौर मुकेश टटवाल ने बीच का रास्ता निकालने के लिए अधिकारियों के साथ मंथन भी किया, फिलहाल बजट बढ़ाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है।