बामनिया, अग्निपथ ( ब्रजभूषण सिंह परिहार)। गुरुवार सुबह 8 बजे के लगभग अनियंत्रित ट्राला रेलवे फाटक पर खड़े तीन लोगों को रौंदते हुए रेलवे ट्रेक में जा घुसा जिससे 5 घण्टे तक दिल्ली – मुंबई रेल मार्ग बाधित रहा हैं जिससे यात्रियों को भारी असुविधाओ का सामना करना पड़ा उज्जैन से दाहोद तक के नोकरी पेशा अप डाउनर्स नही आ पाए।
हादसा इतना विभत्स था कि मौके पर ही दो लोग मांस के लोथड़ों में तब्दील हो गए जिसमे एक महिला एवं एक पुरुष थे उनके मृत शरीरों को ट्रक में से खींच खिंचकर निकाला गया मृतको में रामपुरिया निवासी कालू पिता मानसिंह डोडियार उम्र 30 वर्ष , श्रीमती मनोरमा सुभाष भण्डारी निवासी करवड़ उम्र 55 साल की मौके पर मौत हो गई एक व्यक्ति घायल हो गया था जिसे इलाज के लिये बड़ोदा ले जाया जा रहा था रास्ते मे गोधरा के निकट उसकी भी मृत्यु हो गई । मृतक मनोरमा भण्डारी के पति सुभाष भण्डारी उम्र 55 वर्ष निवासी करवड़ थे।
बताया जा रहा हैं कि पहले मृतक कालू डोडियार निवासी रामपुरिया बामनिया जो कि यूरिया खाद लेने समीपस्थ ग्राम खवासा जा रहा था और रेलवे फाटक बंद था ओर खुलने का इंतजार कर रहा था जो कि मोटरसाइकिल पर सवार था और हादसा हो गया बाकी दोनो दम्पती भी रेलवे फाटक खुलने का इंतजार कर रहे थे और दुर्घटना हो गई करवड़ निवासी भण्डारी दम्पती गुरुदेव के दर्शनार्थ खवासा जा रहे थे और असमय काल के ग्रास में समा गए।
विभत्स दुर्घटना के कई कारण सामने आए है पहला कारण रबी की फसल के लिये किसान खाद की भारी किल्लत के चलते खाद लेने बामनिया से खवासा जा रहा था और हादसा हो गया मृतक के 5 छोटे छोटे बच्चे भी हैं जिनके भविष्य का जवाबदार कौन ?
शासन जानबूझकर कर खाद की किल्लत पैदा कर रहा एक खाद बीज व्यापारी से चर्चा में पाया कि सहकारी संस्थाओं में खाद का रेशों हैं 80 प्रतिशत और खुले बाजार में लाइसेंस धारी व्यपारियो को 20 प्रतिशत खाद दिया जा रहा हैं और सहकारी संस्थाओ को राज्य सरकार खाद दे तो रही हैं लेकिन वो अपने खातेदारों को उधार खाद दे रही हैं अगर यही खाद सोसाइटियों में नगद दिया जाए तो इतनी किल्लत नही होगी और खुले बाजार में सभी कम्पनियों का खाद वितरण हो पाएगा।
दुर्घटना कई सवालों को जन्म दे गई जैसे बामनिया में रेलवे ओवरब्रिज का न होना जिससे आए दिन बामनिया के मुख्य बाजार में भारी ट्राफिक जाम लगा रहता हैं जिससे हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता हैं। बामनिया सरपंच श्रीमती रामकन्या मखोड़ ने कहा कि बामनिया में ओवरब्रिज को लेकर सांसद महोदय और रेलवे प्रशासन को कई बार अवगत करवाया की बामनिया में रेलवे ओवरब्रिज बनाए जिससे व्यस्त मार्ग का ट्रैफिक बाधित न हो और आवागमन में आमजन को परेशानी का सामना नही करना पड़े।