इंदौर, अग्निपथ। 1 जनवरी 2023 को विश्व जैन संगठन के आव्हान पर प्रात: 10.30 से 11.30 बजे तक श्री सम्मेद शिखरजी को सरकार द्वारा जो पर्यटन स्थल घोषित किया उसके विरोध स्वरूप एक घंटे का सांकेतिक धरना आंदोलन छावनी के अनंतनाथ जिनालय के द्वार पर नियोजित किया गया। पूर्ण शालीनता, अहिंसात्मक रूप से सरकार तक अपनी बात, पीड़ा और मांग के साथ आयोजित किया गया।
कैलाश वेद एवं ज्योतिषाचार्य एम के जैन ने बताया कि हमारा विरोध उस कानून और गजट नोटिफिकेशन से पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के लिए है। उसी पर केंद्रित रहते हुए पुरजोर अपनी भावना बुलंद करते हुए सरकार को जगाना है कि आपका निर्णय गलत है। जैन धर्मावलंबियों की आस्था, अस्मिता को आघात पहुंचाने वाला है अत: इसे वापस लो।
हमारे इस आंदोलन में कोई पार्टी पॉलिटिक्स नहीं होगी, ये हम जैन धर्मावलंबियों की लड़ाई है और हमे ही लडऩा है। हम अहिंसक है, शांतिप्रिय है, कमजोर नहीं इस विश्वास के साथ जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन को निरंतर रखा जायेगा।
देवेन्द्र सेठी एवं प्रकाश बडज़ात्या ने बताया कि हमारी मान्यता ये भी है कि किसी भी धर्म, पंथ, संप्रदाय के धर्मस्थलों की तीर्थों की पवित्रता उनकी मान्यता और नियम अनुसार अक्षुण्ण रहें, उन्हें पर्यटन स्थल, पिकनिक स्पॉट नहीं बनाया जाए।