दिमाग पर आईस, जुबान पर शुगर और हृदय में लव फैक्ट्री खोलें: राष्ट्रसंत ललितप्रभजी
उज्जैन, अग्निपथ। राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ जी महाराज ने कहा कि व्यक्ति अपनी जिंदगी में अगर ये तीन फैक्ट्रियां खोल ले, तो उसकी जिंदगी मालामाल हो जाएगी। उनमें पहली है- अपने माथे या दिमाग के प्लॉट पर आईस फैक्ट्री। दूसरी- अपनी जुबान के प्लॉट पर शुगर फैक्ट्री और तीसरी फैक्टी का प्लॉट हृदय है, जहां आदमी लव फैक्ट्री खोल ले।
दिमाग में खोली आईस फैक्ट्री के मालिक बनकर हमेशा कूल-कूल रहें, जुबान पर खोली शुगर फैक्ट्री के मालिक बन सदा मीठा-मुधर बोलें और हृदय रूपी प्लॉट पर खोली प्रेम या लव की फैक्ट्री का मालिक बन सबसे प्रेम करें। ये तीन फैक्ट्रियों का जो मालिक बन जाता है उसकी पूरी जिंदगी प्रेम, माधुर्य और आनंद से भर जाती है। हमेशा कूल रहें, मीठा बोलें और सबसे प्रेम करें। ये तीन मंत्र आपकी जिंदगी को आनंद और माधुर्य से भर देंगे।’’
संत प्रवर शुक्रवार को श्री अवंती पाश्र्वनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक मारवाड़ी समाज ट्रस्ट द्वारा अरविंद नगर के महाकाल परिसर में आयोजित तीन दिवसीय प्रवचन माला के समापन पर हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उज्जैन वालों ने हमारा दिल जीत लिया है हम यहां की श्रद्धा भक्ति को नमन करते हैं और शीघ्र ही एक विराट चातुर्मास उज्जैन में करने की भावना रखते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति चाहे वह किसी भी क्षेत्र में कार्यरत हो, यदि वह अपनी जिंदगी में नम्रता, विनयशीलता का व्यवहार रखे, जब भी बोले मीठा-मधुर भाषा बोले और हृदय में सबके लिए सदा प्रेम बनाए रखे तो उसकी जिंदगी मालामाल हो जाएगी।
अक्सर आदमी का भेजा हमेशा गर्म बना रहता है, जरा सा कोई उसका अपमान कर दे तो दो मिनट में वह अपना आपा खो देता है। आदमी सबसे ज्यादा कर्म बंध अपने गर्म दिमाग से करता है। जब भी कोई आपको विपरीत बात कहे, आपकी आलोचना करे तब अपनी शांति बनाए रखें, सामने वाले के शब्दों को भीतर न आने दें। क्योंकि जो चीज आप स्वीकार नहीं करते वह सामने वाले के पास ही रहती है।
सातों दिन अपने गुस्से को रखें काबू
अपने गुस्से को सदा काबू रखने की सीख देते हुए संतप्रवर ने कहा- सोमवार को अगर गुस्सा आए तो उस दिन को सप्ताह का पहला दिन मानकर गुस्सा न करें, मंगलवार को गुस्सा आए तो मंगल को मैं अमंगल नहीं बनाउंगा सोचकर गुस्सा न करें, बुधवार को गुस्सा आए तो बुध के दिन युद्ध नहीं कहकर शांत रहें, गुरुवार को यदि क्रोध आ जाए तो गुरूदेव का वार मानकर गुस्सा न करें, शुक्रवार को शुक्राना अदा करने-धन्यवाद कहने का दिन मानकर गुस्सा न करें, शनिवार को शनि हावी हो जाएंगे यह जानकर गुस्सा बिलकुल न करें और रविवार को गुस्से की छुट्टी का दिन मानकर प्रसन्नता से भरे रहें।