निगम कर्मियों की कई मांगें मंजूर

आयुक्त से चर्चा के बाद निगम कर्मचारी संघों ने गेट मीटिंग को किया स्थगित

उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम कर्मचारियों की मांगों को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी गेट मीटिंग हुई। गेट मीटिंग के दौरान संघ संरक्षक रामचंद्र कोरट को निगमायुक्त का पत्र प्राप्त हुआ जिसमें चर्चा के लिये बैठक आहुत की गई थी। बुधवार शाम को निगमायुक्त से बैठक में कर्मचारियों की अधिकांश मांगों पर सहमति बनी और गुरुवार को गेट मीटिंग में प्रदर्शन स्थगित करने की घोषणा की गई।

बुधवार को सफाई कामगार संघ, स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ संरक्षक रामचंद्र कोरट कर्मचारियों को गेट मीटिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान निगमायुक्त द्वारा चर्चा के लिये पत्र जारी किया गया। इसी दिन शाम को बैठक में श्री कोरट ने कर्मचारियों की अधिकांश मांगों का निराकरण अधिकारियों द्वारा नहीं किये जाने की बात रखी।

इस पर आयुक्त श्री सिंह द्वारा अधिनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों को मांगों का निराकरण दो सप्ताह में किये जाने के निर्देश जारी किये। सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ अध्यक्ष डॉ. पवन व्यास, सफाई कामगार संघ अध्यक्ष चंदगीराम टांकले, स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ अध्यक्ष रमेशचंद्र रघुवंशी ने भी कर्मचारियों की मांगों से आयुक्त को अवगत कराया।

गुरुवार को तीनों संघ के संरक्षक श्री कोरट ने गेट मीटिंग में कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बैठक में मांगों पर हुए निर्णयों को कर्मचारियों के सामने रखा और कहा कि अगर दो सप्ताह में मांगों का निराकरण किया जायेगा। अगर जरुरत पड़ी तो पुन: आंदोलन किया जायेगा। आंदोलन स्थगित किया गया है।

इन मांगों पर बनी सहमति

  • कर्मचारियों एवं पेंशनरों को समयमान-वेतनमान दिये जाने की कार्यवाही दो सप्ताह में पूर्ण कर दी जावेगी।
  • कर्मचारियों को पदोन्नत किये जाने की कार्यवाही अविलंब प्रारंभ की जावेगी।
  • सफाई कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर परिवार के एक सदस्य को परम्परागत नियुक्ति प्रदान करने हेतु प्रकरण एम.आई.सी. में भेजा जावेगा।
  •  सेवानिवृत्त कर्मचारियों के ग्रेच्युटी के प्रकरण जो न्यायालय द्वारा आदेश जारी किये गये उनका निराकरण शीघ्र किया जावेगा।र्
  • नगर निगम में वर्षों से कार्यरत अस्थाई (29 व 89 दिवस) कर्मचारियों को नियमित किये जाने की कार्यवाही हेतु म.प्र. शासन को पत्र जारी किया जावेगा।
  • कर्मचारियों की मृत्यु होने पर मृत्यु सहायता दिये जाने में देरी नहीं की जावेगी।
  • स्वच्छता मिशन अंतर्गत उज्जैन नगर निगम को शासन से प्राप्त प्रोत्साहन राशि का भुगतान सफाई कर्मचारियों को शीघ्र किया जावेगा।
  • 29 दिवस एवं 89 दिवस पर कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों को निगम में कार्य करते हुए 10 वर्ष एवं 20 वर्ष हो गये हैं, उन्हें विशेष भत्ता दिये जाने हेतु परीक्षण उपरांत लागू किये जाने की कार्यवाही की जावेगी।
  • कर्मचारियों के मेडीकल भत्ते में ग्वालियर नगर निगम और इंदौर नगर निगम द्वारा 2000/- कर दिया गया है, नगर निगम उज्जैन कर्मचारियों को भी मेडीकल भत्ता 2000/- करने एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 400 रुपये मेडिकल भत्ता बढ़ाये जाने कार्यवाही की जाने हेतु प्रस्ताव एम.आई.सी. को भेजने के आदेश दिये गये।
  • परीविक्षा अवधि पूर्ण होने के पश्चात नियमित (कन्फर्मेशन) करने की कार्यवाही को पेंडिंग नहीं रखा जावेगा।

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