उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल की नगरी बीती शाम अपने बलिदानी बेटों के सम्मान में सजी मिली. नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती पर शहीदों व उनके परिजनों के सम्मान में आयोजित शौर्यांजलि समारोह में पूरा शहर उमड़ा गया. शहीद समरसता मिशन के आयोजित इस अभूतपूर्व समारोह में राजस्थान के सुप्रसिद्ध भजन सम्राट प्रकाश माली के देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति पर बड़ी संख्या में उपस्थित राष्ट्रप्रेमी झूमते नजर आए।
देशभक्ति से ओत-प्रोत इस विरले कार्यक्रम में जब पहली बार उज्जैन संभाग के सभी शहीदों के परिवारों को एक मंच सम्मानित किया गया उस समय पंडाल में उपस्थित हर एक नागरिक इन शहीदों के बलिदान और उनके परिवारों के परम त्याग के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए गर्व और भावुकता से उठ खड़ा हुआ और दोनों हाथ हवा में उठाकर शहीदों के जयकारे लगाने लगा. शहीदों के प्रति सम्मान का यह दृश्य देखते ही बनता था।
शहीद समरसता मिशन के युवाओं ने गंगाजल से शहीदों की वीरमाताओं व वीरांगनाओं का पाद- प्रक्षालन किया गया। शहीदों के परिवारों में – शहीद गजेंद्र जी सुर्वे उज्जैन, शहीद धर्मेंद्र भाई बारिया, शहीद बादल सिंह चंदेल नागदा, शहीद दीपक चौहान शिवगढ़, शहीद कन्हैया लाल जाट, शहीद मुकेश चिड़ावद, शहीद नीलेश धाकड़, शहीद लोकेश कुमावत, शहीद राहुल जावरा, शहीद संदीप यादव, शहीद निलेश गुप्ता, शहीद सुरेंद्र सिंह ऐनाबाद, शहीद कैलाश राव देवास, शहीद जितेंद्र जलोदिया धतुरिया, शहीद श्रेयष कुमार गांधी, शहीद अरविंद तोमर उज्जैन समेत अन्य शहीदों की वीरमाताएं, वीरांगनाएं मंच पर उपस्थित रही।
शहीद गजेंद्र सूर्वे के सम्मान में वन चेक वन साइन फॉर शहीद का शंखनाद
कार्यक्रम में जिले के शहीद गजेंद्र राव सूर्वे का परिवार, जिन्हें विस्थापित कर दिया गया. उन्हें उनका सम्मान व घर पुन: लौटाने के संकल्प के साथ शहीद समरसता मिशन के संस्थापक मोहन नारायण ने वन चेक वन साइन फॉर शहीद अभियान की शुरुआत की. 2 फरवरी, 2006 में लद्दाख में शहीद हुए गजेन्द्र राव सुर्वे के परिवार को इस अभियान के माध्यम से जनसहयोग से एकत्रित 15 लाख की सम्मान राशि से सर्वसुविधा युक्त पक्का भवन निर्मित कर भेंट किया जाएगा। बता दें कि इस अभियान में पारदर्शिता रखने हेतु सहयोग की सारी राशि शहीद की वीरमाता के बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी और डिजिटल ट्रांजेक्शन से ही खर्च की जाएगी।