नगर निगम का सहायक संपत्ति अधिकारी रिटायरमेंट से दो माह पहले ट्रेप,वकील से नामांतरण केस में ले रहा था दो हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त ने नगर निगम का एक सहायक संपत्ति अधिकारी को गुरुवार शाम दो हजार रुपए की घूस लेते हुए ट्रेप किया है। वह एक वकील से नामांतरण की नकल के एवज में घूस ले रहा था। खास बात यह है कि उसने ऑफिस के बाहर दलालों से सावधान का पोस्टर लगा रखा था और दो माह बाद वह रिटायर होने वाला है।
एलपी भार्गव मार्ग निवासी एडवोकेट आशिक हुसैन खान ने एक नामांतरण नकल के लिए नगर निगम के मक्सीरोड़ स्थित झोन क्रमांक 5 में 27 फरवरी को आवेदन दिया था। इस पर यहां पदस्थ सहायक संपत्ति अधिकारी रमेशचंद्र रघुवंशी निवासी विवेकानंद कॉलोनी ने उनसे दो हजार रुपए मांगे।
बिना घूस के काम नहीं करने पर खान ने गुरुवार सुबह लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से शिकायत कर दी। एसपी विश्वकर्मा की योजनानुसार खान शाम करीब 4.30 बजे झोन कार्यालय कैमिकल लगे दो हजार रुपए लेकर गए। यहाँ रघुवंशी द्वारा रुपए लेकर समीप की टेबल पर रखते ही पहले से पहले से छुपे लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक बलवीर यादव टीम के साथ पहुंचे और उसे रंगेहाथ दबोच लिया।
पहले पद के दुरुपयोग का केस
लोकायुक्त डीएसपी तालान ने बताया कि रघूवंशी पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ वर्ष 2012 में पद के दुरुपयोग का केस दर्ज किया गया था। वह 30 अप्रैल को सेवानिवृत होने वाले है। मामले मेें कार्रवाई के लिए निगमायुक्त को पत्र लिखेंगे।
दलालों से सावधान
बताया जाता है रघुवंशी ने खुद को ईमानदार दर्शाने के लिए अपने कार्यालय के बाहर दलालो से बचने के लिए एक पोस्टर लगा रखा था जिसमे लिखा है दलालो से सावधान। रघुवंशी के ट्रेप होते ही झोन कार्यालय में उनके पोस्टर को लेकर कर्मचारी चटखारे लेते दिखाई दिए।