सप्ताहभर से चल रहा डाउन, एनआईसी और आईटी शाखा प्रभारी हाथ पर हाथ धरे बैठे
उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर का सर्वर डाउन होने से मंदिर में दर्शन को आने वाले श्रद्धालु परेशान होते रहे। मंदिर के अधिकारियों ने बाद में पर्ची बनाकर दर्शन कराने के निर्देश दिए। तीन दिन तक मंदिर में श्रद्धालुओं की जोरदार भीड़ उमड़ेगी और सर्वर इसी तरह से डाउन रहेगा। क्योंकि एनआईसी और आईटी शाखा के प्रभारी इसको ठीक करने का निर्णय नहीं ले पाए हैं।
महाकालेश्वर मंदिर सर्वर पिछले एक सप्ताह से डाउन चल रहा है। बीच-बीच में 2 से 3 घंटे के लिए सर्वर के डाउन होने से श्रद्धालुओं की भीड़ सेम डे बुकिंग कराने के लिए भस्मारती काउंटर पर उमड़ पड़ती है, जिसके चलते वहां पर बैठे मंदिर के कर्मचारी परेशान हो जाते हैं। गुरुवार और शुक्रवार को रात में सर्वर डाउन होने के कारण कई श्रद्धालु बुकिंग कराने से वंचित रह गए थे, जोकि शनिवार को महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए आए। लेकिन सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक 2 घंटे के लिए सर्वर फिर से डाउन हो गया। ऐसे में श्रद्धालुओं की भीड़ शंख द्वार और भस्म आरती काउंटर पर लग गई थी।
पर्ची बनाकर कराए दर्शन
शंखद्वार और भस्म आरती काउंटर पर लगी श्रद्धालुओं की भीड़ को छांटने के लिए मंदिर के अधिकारियों ने भस्मारती काउंटर के कर्मचारियों को पर्ची सिस्टम चालू करने को कहा। श्रद्धालुओं के आधार कार्ड देख कर पर्ची पर नाम लिख कर श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी जाती रही। यह सिलसिला दोपहर 12 बजे तक 2 घंटे के लिए चलता रहा। इसके बाद सर्वर ठीक हो गया और फिर से श्रद्धालुओं की ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई।
एनआईसी और आईटी शाखा प्रभारी कहां हैं
महाकालेश्वर मंदिर का सर्वर अक्सर डाउन रहता है। श्रद्धालुओं का बड़ा हंगामा कभी भी किसी भी दिन खड़ा हो सकता है। सर्वर को ठीक करने का जिम्मा संभालने वाले एनआईसी और आईटी शाखा के प्रभारी कुंभकरणी नींद सोते रहते हैं। जानकारी होने के बावजूद इसको ठीक करने का प्रयास नहीं किया जाता। ऐसे में सर्वर डाउन होने से श्रद्धालुओं को परेशान होना पड़ता है।