कर्मचारी को बंधक बनाकर 2 परिवारों से छीने आभूषण और नकदी
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौरगेट पर होटल कलश में रविवार तडक़े 4 बजे नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोला और कर्मचारी को बंधक बना लिया। बदमाशों ने चाकू-कट्टा दिखाकर होटल में ठहरे 2 परिवारों के दरवाजे खुलवाए और आभूषण-नगदी लेकर भाग निकले। पुलिस फुटेज मिलने पर बदमाशों का सुराग तलाशने में लगी है।
सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया कि तडक़े होटल कलश में यात्रियों के साथ लूट होने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी। होटल कर्मचारी कुंदनसिंह ने बताया कि 4 बजे तीन बदमाश आए थे, जिनके चेहरों पर नकाब बंधा हुआ था। बदमाशों के पास चाकू और कट्टा था उन्होने उसके हाथ बांध दिये। उसके बाद कैमरों के डीवीआर का तार काट दिया।
बदमाश उसे ऊपर कमरा न बर 205 तक लेकर पहुंचे और दरवाजा खटखटाने के लिये। कमरे में विदिशा से आए चंद्रेश लोधी, अपनी पत्नी पूजा और साले जितेन्द्र के साथ ठहरे हुए थे। बदमाशों ने दरवाजा खुलवाने के बाद परिवार पर हथियार तान दिये और महिला के टॉप्स छीन लिये। चंद्रेश के कान से बाली निकाल ली। सामान की तलाशी लेकर 4 हजार रुपये भी लूट लिये।
बदमाशों ने कमरा न बर 101 का दरवाजा भी खटखटाने के लिये बोला। कमरे में दिल्ली से आए सुनील कुमार परमार अपने बेटे और बेटी के साथ ठहरे थे। दरवाजा खुलने पर बदमाशों ने सुनील कुमार को पिस्टल दिखाई और बेटी और बेटी के गले से पेंडल लगी सोने की चेन, अंगूठी के साथ सुनील कुमार की अंगूठी और पर्स में रखे 19 हजार रुपये छीन लिये।
बदमाशों ने कर्मचारी गोकुल की चांदी के चेन-पर्स भी छीना और भाग निकले। सीएसपी के अनुसार वारदात के बाद आसपास होटल और मार्ग पर लगे कैमरों के फुटेज देखे गये। जिसमें बदमाशा दिखाई दिये है। फुटेज के आधार पर तीनों की तलाश शुरु की गई है। मामले में महाकाल थाना पुलिस प्रकरण दर्ज कर जांच में लगी है। बदमाशों का जल्द सुराग लगा लिया जाएगा।
पैदल आए थे, रिक्शा में बैठकर भागे
पुलिस ने बदमाशों का सुराग तलाशने के लिये कैमरों के फुटेज खंगाले तो उसमें बदमाश पैदल रेलवे स्टेशन की ओर से आते और आधे घंटे बाद वारदात कर होटल से बाहर आते दिखाई दिये। बदमाशों ने रास्ते से गुजर रही एक आटो रोकी और उसमें बैठकर रेलवे स्टेशन की ओर भाग निकले। पुलिस रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरों के फुटेज ाी खंगाल रही है। वहीं रिक्शा वाले को भी तलाश किया जा रहा है।
महाकाल दर्शन करने आए थे यात्री
होटल में ठहरे में दिल्ली और विदिशा के यात्रियों ने बताया कि वह शनिवार को उज्जैन पहुंचे थे। वह महाकाल दर्शन करने आए थे। रविवार सुबह मंदिर जाना था। उससे पहले बदमाशों ने उनके साथ लूट को अंजाम दिया है। सुनील कुमार का कहना था कि उन्हे दर्शन के बाद रविवार शाम को वापस लौटना था, वहीं चंद्रेश लोधी ने बताया कि 2 दिनों की धार्मिक यात्रा पर आए है। पुलिस ने उन्हे दर्शन कराने का आश्वासन दिया है।
सायबर-क्राइम टीम ने की पूछताछ
होटल में हुई वारदात के बाद पुलिस के साथ सायबर और क्राइम टीम भी पहुंच गई थी। क्राइम प्रभारी संजय यादव और सायबर प्रभारी प्रतीक यादव ने लूट का शिकार परिवारों से पूछताछ की। वहीं होटल कर्मी कुंदनसिंह से भी जानकारी ली। सायबर टीम मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास भी कर रही है। वहीं क्राइम टीम बदमाशों के आने और जाने वाले मार्गो की जानकारी जुटा रही है।