संपत्ति को लेकर हत्या की आशंका, शक परिजनों पर
उज्जैन,अग्निपथ। बडऩगर में तीन सप्ताह पहले रहस्यमय विस्फोट से हुई किसान की मौत का राज लगभग खुल गया है। घटना मोबाइल फटने से नहीं बल्कि डिटोनेटर से हुई थी। वजह शायद परिजनों को मांगने पर भी रुपए नहीं देना है। मामले में पुलिस सूक्ष्मता जा जांच कर रही है। उम्मीद है जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है बडऩगर स्थित रुनिजा रोड़ पर 27 मार्च की सुबह 60 वर्षीय किसान दयाराम बारोड़ की खेत पर बने कमरे में विस्फोट होने से मौत हो गई थी। शरीर का उपरी हिस्सा उडऩे और घटना स्थल की स्थिति को देख प्रथम दृष्टया कयास लगाए गए थे कि चार्जिंग पर लगे मोबाईल फटने से हादसा हुआ है। लेकिन बाद मेंं घटना स्थल से दुर्घटनाग्रस्त बताए गए ओप्पो कंपनी के मोबाईल की बैटरी लिकेज हालत में मिल गई थी।
नतीजतन मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने सुक्ष्मता से जांच की तो पता चला कि घटना संभवत: खदान व कुएं गहरा करने में उपयोग किए जाने वाले विस्फोटक डिटोनेटर (टोटे)से हुई है। यह भी पता चला कि घटना से पहले बारोड़ ने दोस्त के अतिरिक्त्त एक महिला से भी बात की थी। लेकिन यह मालून नहीं पड़ सका कि घटना स्थल पर डिटोनेटर कैसे पहुंचा और किसी ने फोड़ा तो फिर विस्फोट में उपयोगी इलेक्ट्रिक तार कहां गए।
परिजनों पर इसलिए शक
पुलिस को जांच में पता चला बारोड़ शौकिया व्यक्ति था। वह परिजनों से अलग रहता था। उसने काफी बड़ी राशि सूद पर भी दे रखी है। कुछ समय पहले जमीन बेचने से उसके पास ४५ लाख रुपए थे। उक्त राशि को परिजन मांग रहे थे। नहीं देने के कारण वह नाराज थे। वहीं शंका के घेरे में आए परिजन के मोबाइल की सीडीआर लगभग खाली है। वजह वह सिर्फ वाट्सअप कॉल पर लोगों से बात करता है। उनकी संदिग्ध गतिविधियों के वह शंका के घेरे में है।
पीएसटीएन से पड़ताल
हत्या की शंका होने के बावजूद सुराग नहीं मिलने पर पुलिस अब पीएसटीएन (पब्लिक स्वीच्ड टैलीफोन नेटवर्क)डेटा निकालने की तैयारी कर रही है। इससे पुलिस को घटना के समय क्षेत्र में चलने वाले का पता चल जाएगा। इसी आधार पर पुलिस शंका के धेरे में आए लोगों को चिन्हित कर आगे की जांच करेगी।
किसान की विभत्स तरीके से मौत डिटोनेटर फटने की वजह से हुई है। कुछ लोग शंका के घेरे में भी है। पता लगा रहे है कि डिटोनेटर कैसे फूटा और अगर किसी ने साजिश है तो पीएसटीएन से खोजने का प्रयास कर रहे है।
– मनीष मिश्रा, टीआई बडऩगर थाना