उषाराज का मेडिकल करवाएगी पुलिस,तीन आरोपी रिमांड पर, मुख्य आरोपी तलाशने बनारस पहुंची टीम
उज्जैन,अग्निपथ। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए डीपीएफ गबन को लेकर कर्मचारी खोफ में है। भविष्य निधी राशि नहीं रोकने की मुख्यमंत्री से मांग की। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश में एक टीम बनारस पहुंच गई तो इधर पकड़ाए सटोरियों को पुलिस ने बुधवार को पांच दिन रिमांड पर ले लिया साथ ही पूर्व जेल अधीक्षक की मेडिकल जांच भी करवाने की तैयारी कर ली।
भैरवगढ़ जेल में भविष्य निधी खाते से करीब १५ करोड़ का घोटाला होने से कई कर्मचारियों के खाते पूरी तरह साफ हो गए। कुछ के जमा राशि से भी तीन गुना अधिक निकाल ली गई। इससे कर्मचारी आशंकित है कि वह बच्चों की पढ़ाई शादी,मकान के कैसे बनाएंगे। सरकार रिकवरी न निकाल दे। इसी को लेकर सतीश तिवारी,सुरेश मरमट, गोवर्धनसिंह रघूवंशी,राजेंद्र ठाकुर,सहित दर्जनों कर्मचारियों ने उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव को मु यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
जिसमें लिखा कि राशि पूर्व जेल अधीक्षक (डीडीओ) उषाराज के आईडी पासवर्ड से रिपूदमन ने ट्रेजरी से निकाली है। घटना में कर्मचारियों का दोष नहीं है। बावजूद वह अनुशासित होने के कारण आंदोलन नहीं कर सकते। इसलिए सरकार उनके खाते में राशि जमा कराए। कर्मचारियों ने विधायक पारस जैन को भी ज्ञापन दिया। दोनों नेताओं ने कर्मचारियों को मु यमंत्री से बात करने का भरौंसा दिलाया है। याद रहे मामले में रिपुदमन व शैलेंद्रसिंह सिकरवार पर ५-५ हजार रुपए ईनाम भी घोषित किया गया है
पुलिस को मेडम पर नहंीं भरोसा
सर्वविदित है१० मार्च को गबन कांड सामने आने के बाद १८ मार्च को उषाराज को मुख्यालय अटैच कर दिया गया था। थे। मामले में तीन नोटिस के बाद भी बयान नहीं देने पर पुलिस ने उन्हें १९ मार्च को हिरासत में ले लिया था, तीन घंटे तक पूछताछ के बाद २० मार्च को थाने में पेश होने की शर्त पर छोड़ दिया था। इसी के बाद उषाराज इंदौर के हॉस्पिटल में भर्ती हो गई। दावा किया कि उन्हें अटैक आया है। पुलिस को लगता है कि वह बीमारी की आड़ में पूछताछ से बचना चाहती है इसलिए अब उनका एक्सपर्ट डाक्टर की टीम से जांच करवाने की तैयारी की जा रही है।
रिपुदमन की तलाश में भटक रही पुलिस
गबन कांड का मास्टर माईंड रिपुदमन का अब तक पता नहीं चल सका। नतीजतन पुलिस टीम उसके भाई आदर्श प्रताप को लेकर बनारस स्थित उसके गांव में तलाशने गई। हालांकि वहां भी रिपुदमन का सुराग नहीं मिला। उसकी तलाश में एक टीम भिंड भी पहुंची लेकिन उन्हें भी सुराग नहीं मिल सका। इधर रिपुदमन से अपने लाखों का ट्रांजेक्शन करवाने पर गिरफ्तार देवास के रोहित चौरसिया, रिंकू मांदरे व हरीश गेहलोद को भैरवगढ़ पुलिस ने बुधवार दोपहर कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए पांच दिन के रिमांड पर ले लिया। मामले में पुलिस को अब सटोरिए सुशील परमार,पिंटू तोमर प्रहरी शैलेंद्रसिंह सिकरवार व धर्मेद्र लोधी का भी सुराग नहीं मिला है।