उज्जैन,अग्निपथ। पेट्स डॉग की सुपुदर्गी का प्रकरण जल्द सुलझता दिखाई नहीं दे रहा। मामले में बुधवार को सेशन कोर्ट ने डॉग अस्थाई तौर पर अगली सुनवाई तक डॉग पीएफए (पीपल्स फॉर एनिमल) सदस्यों के पास ही रहने देने के आदेश दिए है।
सर्वविदित है ब्रिडर रंजीतसिंह सिसोदिया के फार्म हाउस से अप्रैल २०२० में प्रशासन ने बुरी हालत में विदेशी नस्ल के 15 हाईब्रिड डॉग बरामद कर पीएफए को सौंपे थे। संस्था सदस्य तभी से उनकी देखभाल कर रहे थे। इसी बीच सिसोदिया ने डॉग वापसी के लिए सीजीएम कोर्ट में आवेदन लगाया था। कोर्ट ने पांच लाख का बांड भरवाकर उसे पीएफए को डॉग उसे सौंपने के आदेश दे दिए थे। नतीजतन पीएफए ने सेशन कोर्ट में अपील की।
न्यायालय ने मामले में बुधवार को सुनवाई कर अगली पेशी तक डॉग संस्था के पास ही रहने के आदेश दे दिए। प्रदेश की पीएफए प्रमुख स्वाति गौरव ने बताया कि मामले में अब 15 जनवरी को सुनवाई होगी। याद रहे सिसोदिया को डॉग सौंपने की अपील के चलते कोर्ट के आदेश पर माधवनगर पुलिस ने सभी डॉग थाने बुलाकर उनका मेडिकल कराया था।