महाकाल मंदिर : पुरोहितगण पहुंचे सहायक प्रशासक के पास, एक पर्ची व्यवस्था शुरू की
उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को महाकालेश्वर में पूर्व से नियोजित नंदीहाल में प्रवेश व्यवस्था को बंद रखा गया था। दोपहर में इस व्यवस्था को पूर्व की तरह चालू करना पड़ा। पुरोहितगण नंदीहाल में प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं को देखकर सहायक प्रशासक के पास पहुंच गए और उनसे इसकी शिकायत की। उनको सहायक प्रशासक ने बताया कि यह व्यवस्था वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर फिर से शुरू कर दी गई है।
दैनिक अग्निपथ ने अपने 22 जनवरी को प्रकाशित अंक में….शनिवार, रविवार और सोमवार को पुजारी पुरोहित यजमान को नहीं ले जा पाएंगे नंदीहॉल में….शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। खबर का असर रहा कि शनिवार को इस पर अमल भी शुरू हो गया। सुबह से लेकर दोपहर 1 बजे तक पुजारी पुरोहितगणों को न तो नंदीहॉल में यजमानों को प्रवेश करवाने के लिए दो अनुमति पर्चियां जारी की गईं और न ही अन्य किसी श्रद्धालु को नंदीहॉल में प्रवेश की अनुमति दी गई। लेकिन इसके बाद अचानक नंदीहॉल में प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया। यह देखकर पुरोहितगण घबरा गए और इसकी शिकायत करने के लिए कंट्रोल रूम में बैठे सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के पास पहुंच गए।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर शुरू
सूत्रों से जानकारी मिली है कि वरिष्ठ अधिकारियों को वीआईपी श्रद्धालुओं ने प्रवेश को लेकर परेशान करना शुरू कर दिया था। इसी के चलते शनिवार, रविवार और सोमवार को किसी भी प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालु को नंदीहॉल में प्रवेश नहीं देने की योजना पर पानी फिर गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने दोपहर 1 बजे के बाद आदेश जारी करते हुए नंदीहॉल में प्रवेश व्यवस्था को फिर शुरू करवा दिया। हालांकि इस योजना का विरोध किसी भी पुजारी पुरोहितगणों ने नहीं किया, लेकिन बाद में नंदीहॉल में श्रद्धालुओं को प्रवेश करता देखकर उनके सब्र का बांध टूट गया।
पुजारी पुरोहितगणों को एक पर्ची व्यवस्था
एक दर्जन के करीब पुरोहितगण नंदीहाल में श्रद्धालुओं को प्रवेश करता देख कंट्रोल रूम में बैठे सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के पास पहुंचे। उन्होंने वहां पर लगे एलईडी पर नंदीहॉल का दृश्य दिखाया। उनका कहना था कि ….किसी अखबार में प्रकाशित समाचार पर संज्ञान लेकर अधिकारियों ने शनिवार, रविवार और सोमवार को नंदीहॉल में प्रोटोकाल प्राप्त श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद करवा दिया है। कंट्रोल रूम से प्रोटाकॉल शाखा कर्मियों को फोन लगाया गया तो उनका कहना था कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद पुन: नंदीहाल में प्रवेश व्यवस्था को बहाल कर दिया गया है। पुरोहितगणों को भी दो की जगह एक पर्ची से यजमानों को प्रवेश करवाने की अनुमति जारी करना शुरू कर दी गई थी।