उज्जैन। कर्जदारों से परेशान विकास प्राधिकरण कर्मचारी ने बुधवार दोपहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 3 माह पूर्व उसे ब्याजखोरों ने प्राधिकरण में ही बंदूक अड़ाकर धमकाया था। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद माधवनगर पुलिस ने ब्याजखोरों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
नानाखेड़ा थाने के एएसआई बीएस निगवाल ने बताया कि महानंदानगर में रहने वाला विजय पिता गणपतसिंह सोलंकी 40 वर्ष विकास प्राधिकरण में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। बुधवार दोपहर उसने घर में दुपट्टे का फंदा रोशनदान से बांधकर फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पहुंचकर पुलिस ने शव जिला अस्पताल पहुंचाया और मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया। मौके से कोई सुसाइडनोट नहीं मिला है। परिजनों का कहना था कि विजय कर्जदारों से परेशान था। जिसके चलते उसने फांसी लगाई है। एएसआई निगवाल के अनुसार परिजनों के बयान दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी।
वीडियो हुआ था वायरल
अक्टूबर माह में सोशल मीडिया पर विजय सोलंकी को विकास प्राधिकरण में बंदूक अड़ाकर ब्याजखोरों द्वारा धमकाने और बाइक छीनकर ले जाने का वीडियो वायरल हुआ था। उसके बाद विजय की शिकायत पर माधवनगर थाने में मामले में प्रकरण दर्ज कर प्राधिकरण में लगे कैमरों के फुटेज देखे थे।