कलेक्टर ने पर्व की व्यवस्थाओं को लेकर किया महाकाल मंदिर क्षेत्र का दौरा
उज्जैन। शिवरात्रि महाकालेश्वर मंदिर में 11 मार्च को मनाई जाएगी। इसके दूसरे दिन साल भर में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मारती होगी। शिवरात्रि पर्व की व्यवस्थाओं के मद्देनजर सोमवार की शाम को कलेक्टर-एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने महाकाल मंदिर क्षेत्र का दौरा किया। निर्माण कार्यों के चलते सभी व्यवस्थाएं मंदिर के पीछे से ही दी जाएंगी।
कलेक्टर आशीषसिंह ने अधिकारियों के साथ महाकालेश्वर मंदिर, पुलिस चौकी क्षेत्र, महाकाल धर्मशाला, फेसिलिटी सेंटर-2, हरसिद्धि माता मंदिर, नूतन स्कूल, जयसिंहपुरा के कार पार्किंग स्थल तक का दौरा किया। जिला प्रशासन द्वारा इस बार मंदिर के आगे पुलिस चौकी की ओर से केवल पंडे पुजारियों, वीआईपी, मीडिया को ही प्रवेश देने पर विचार हुआ है।
सामान्य श्रद्धालु, 250 रुपये टिकटधारियों को शंख द्वार से लेकर हरसिद्धि मंदिर तक पिछले वर्ष की तरह दर्शन करवाने की योजना बनाई गई है। लेकिन इस बार भीड़ अधिक होने पर श्रद्धालुओं की लाइन गोपाल मंदिर तक नहीं बल्कि चारधाम मंदिर की ओर मोड़ दी जाएगी। यहीं से श्रद्धालुओं की निकासी भी होगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह ने पिछले वर्ष के दर्शनार्थी की संख्या, इस वर्ष की सम्भावित संख्या के संदर्भ में प्रस्तावित दर्शनार्थी पंक्तियां, विशिष्ट जन व्यवस्था आदि सभी प्रस्तावित लाइनों की विस्तृत योजना समझाई। विशेष दर्शन, प्रसाद आदि के लिए अलग अलग स्थानों पर पर्याप्त संख्या में कॉउंटर उपलब्ध रहेंगे। बताया जाता है कि कलेक्टर आशीष सिंह ऐसी दर्शन व्यवस्था करना चाहते हैं, जिसमें श्रद्धालुओं को एक घंटे में भगवान महाकाल के दर्शन हो सकें।
इस अवसर पर एसपी सत्येंद्र शुक्ल, स्मार्ट सिटी सीईओ जितेंद्र सिंह चौहान, मंदिर प्रशासक व एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, पुजारी प्रदीप गुरु, आशीष पुजारी, विशाल राजोरिया मौजूद रहे।
पार्किंग व्यवस्था संग्रहालय के सामने
त्रिवेणी संग्रहालय के सामने खाली कराई गई जमीन पर दोपहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था देखने के लिए अधिकारियों की टीम वहां तक भी पहुंची। हरिफाटक ओव्हर ब्रिज से होकर वाहन यहां पर पार्क कराए जाने की संभावित योजना बनाई जा रही है।